दलित एक्ट: सरकार में शामिल लोजपा को JDU का भी समर्थन
- 9 अगस्त को हो सकता है बड़ा आंदोलन।
- चिराग पासवान ने दी सरकार को चेतावनी।
- पार्टी सरकार के साथ बनी रहेगी।
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। दलित एक्ट को लेकर जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा, है कि 2019 में दलित वोट नहीं करेगा, तो एनडीए कहां बैठेगा। जनता दल ने दलित एक्ट के कड़े प्रावधानों को अध्यादेश के जरिये बहाल करने की लोजपा की मांग का समर्थन किया है। इससे पहले मोदी सरकार में केबिनेट मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने चेतावनी दी थी कि सरकार उनकी मांगे नही मानती है तो अगले महीने उनकी पार्टी दलित संगठनो के साथ सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी। दोनों ही दल NDA में शामिल हैं और उनके बयानों से सरकार की मुश्किल बढेगी।
चिराग पासवान पहले अपना रूक साफ कर चुके है। उन्होंने कहा है कि 9 अगस्त को होने वाला आंदोलन 2 अप्रैल के भारत बंद से भी ज्यादा उग्र हो सकता है क्योंकि दलितों का मानना है कि जिस जस्टिस ने उनकी रक्षा करने वाले कानून को बदला है उसे सरकार ने पुरस्कृत किया है। इसके साथ ही जनता दल के त्यागी ने इसके साथ ही इस मामले पर फैसला देने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एके गोयल को रिटायरमेंट के 48 घंटों के अंदर नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल का चेयरमैन बनाने के फैसले पर सवाल उठाया है।
एससी/एसटी एक्ट को कमजोर किया
संसद चिराग पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने एससी/एसटी एक्ट को कमजोर किया है और सरकार ने इसके बदले उन्हे रिवार्ड देते हुए एनजीटी का चेयरमैन बना दिया। हमारी मांग है कि जस्टिस गोयल को एनजीटी चेयरमैन पद से तत्काल हटाया जाए और ऑर्डिनेंस लाकर सरकार ऑरिजनल एससी/एसटी एक्ट को रिस्टोर करे। चिराग ने कहा कि सरकार 9 अगस्त तक हमारी मांगे नही मानती है तो लोजपा की दलित सेना दूसरे दलित संगठनों के साथ सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी।
टीडीपी की तरह अलग नही होंगे
चिराग ने कहा कि हम सरकार में बने रहकर पिछड़े वर्ग के लोगों का मुद्दा उठाएंगे। सरकार को हमारा समर्थन मुद्दों पर है और हम टीडीपी जैसे सरकार से अलग नही होंगे। दलित नेता पासवान ने कहा कि अब हमारे सब्र का बांध टूट रहा है। उम्मीद है पीएम हमारी मांग पर विचार करेंगे।
We wanted centre to bring an ordinance about SC/ST Act. But it couldn"t be done now so we"ve asked centre to reintroduce it as a bill in the Parliament on Aug 7 restore the previous law, as Dalit protests on Aug 9 could be more aggressive than April 2 protests:Chirag Paswan,LJP pic.twitter.com/2NvnW2p2KQ
— ANI (@ANI) July 27, 2018
दो अप्रैल के "भारत बंद" से ज्यादा आक्रोश
मोदी केबिनेट मे मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कहा कि 9 अगस्त को होने वाला आंदोलन 2 अप्रैल के भारत बंद से भी ज्यादा उग्र हो सकता है क्योंकि दलितों का मानना है कि जिस जस्टिस ने उनकी रक्षा करने वाले कानून को बदला है उसे सरकार ने पुरस्कृत किया है। बता दें कि रिटायर्ड जस्टिस एके गोयल सुप्रीम कोर्ट की उस पीठ का हिस्सा थे, जिसने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून में सुरक्षा के कई ऐसे उपाय किए थे, जिनकी कई दलित संगठनों सहित राजनीतिक पार्टियों ने आलोचना की थी। पासवान ने कहा कि गोयल को तुरंत बर्खास्त किया जाए और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम के वास्तविक प्रावधानों में सुधार किया जाना चाहिए।
Lok Janshakti Party MP Chirag Paswan writes to PM Modi stating, protests by Dalit groups on August 9 could be more aggressive than April protests. In his letter he demands that Justice AK Goyal be sacked as NGT Chairman. Justice Goyal was the judge who had ruled against SC/ST Act pic.twitter.com/unHt26XdnW
— ANI (@ANI) July 26, 2018
Created On :   27 July 2018 7:35 PM IST