...तो क्या बदल जाएंगे गुजरात चुनाव के नतीजे?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात में बीजेपी की सरकार है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में BJP ने 99 सीट जीतकर राज्य में एक बार फिर अपनी सरकार बनाई है। लेकिन गुजरात चुनाव के नतीजे बदल सकते है। दरअसल गुरुवार को कई सीटों पर रीकाउंटिंग की HC में अर्जी लगाई गई है। जन सीटों पर नतीजों को चुनौती दी गई है उनमें अहमदाबाद की धोलका सीट, पोरबंदर सीट सहित अन्य कम मार्जिन से जीत वाली सीट शामिल है। अगर हाईकोर्ट याचिका पर सुनवाई कर फिर से रीकाउंटिंग के आदेश देती है तो फिर ये देखने वाली बात होगी कि क्या गुजरात चुनाव के नतीजों में फेरबदल होता है या नहीं?
दायर की गई है 20 याचिकाएं
गुरुवार को गुजरात हाईकोर्ट में अलग-अलग लोगों ने 20 याचिकाएं दायर की हैं, जिसमें 5000 से कम अंतर के वोटों से जीती गई सीटों के नतीजों को चुनौती दी गई है। दिलचस्प बात ये है कि इसमें 16 सीटें ऐसी हैं जिसमें जीत का अंतर 3000 वोट से भी कम है। इस मामले में अलग-अलग वकीलों के जरिए याचिका दायर की गई है। पूर्व आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा प्रमुख याचिकाकार्ता हैं। उन्होंने कोर्ट में कांग्रेस और बीजेपी के सभी उन नेताओं की जीत के खिलाफ याचिका दायर की है जिनकी जीत का अंतर 5000 वोट से कम है। गुजरात हाई कोर्ट जल्द ही इस मामले में सुनवाई शुरू करेगी।
इन सीटों को चुनौती
जिन सीटों पर नजीतों को चुनौती दी गई है उसमें अहमदाबाद की धोलका से चुनाव जीते केबिनेट मंत्री भुपेन्द्र सिंह चुडासमा, कांटे की टक्कर वाली पोरबंदर की सीट जहां बाबु बोखेरीया ने अर्जुन मोढवाडिया को हराया, गोधरा की बीजेपी के सीके राउजी की सीट जिसमें वो महज 250 वोट के अंतर से चुनाव जीते। इसके अलावा गुजरात की दानी लिमड़ा सीट पर जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस विधायक शैलेश की जीत को भी चैलेंज किया गया है। करीब 20 अलग-अलग याचिकाओं के द्वारा विधानसभा चुनाव के नतीजों को चैलेंज किया गया है।
बीजेपी के मिली थी 99 सीट
गौरतलब है कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) 6वीं बार गुजरात में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। BJP ने 99 सीट जीतकर राज्य में एक बार फिर अपनी सरकार बनाई है। वहीं कांग्रेस पार्टी 80 सीट पर ही सिमट गई थी। इन नतीजों के बाद पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत पर निशाना साधते हुए इसे ईवीएम की जीत बताया था। हार्दिक ने कहा था कि जब एटीएम हैक हो सकता है तो ईवीएम क्यों नहीं हैक हो सकता है? उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने पैसे के जोर पर यह जीत हासिल की है।
Created On :   8 Feb 2018 6:52 PM IST