मुंबई में अंडरवर्ल्ड के खात्मे में अहम योगदान, नक्सली इलाकों में काम के लिए मिल चुका है पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में होने वाले फेरबदल के बाद जो 9 नए चेहरे शामिल किए गए हैं। उनमें कई नामों ने सुर्खियां बटोरी हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा बागपत से बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह के नाम की है। सत्यपाल सिंह को एचआरडी मंत्रालय सौंपा गया है।
यह भी पढ़ें : कौन हैं देश की रक्षा मंत्री बनीं निर्मला सीतारमण, जानिए 15 रोचक FACTS
पश्चिमी यूपी से जाट समुदाय का चेहरा रहे केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान अपना इस्तीफा के बाद खाली जगह पर मुंबई के सुपर कॉप रहे एसपी सिंह को जगह दी गई है।उम्मीद की जा रही हैं कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ रोचक बातें...
1980 बैच के हैं आईपीएस
सत्यपाल सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत से लोकसभा सांसद हैं। सिंह आंतरिक मामलों पर बनी संसदीय स्थाई समिति के सदस्य हैं और ऑफिसेज ऑफ प्रॉफिट पर बनी जॉइंट कमिटी के चेयरपर्सन हैं। सत्यपाल सिंह महाराष्ट्र कैडर से 1980 बैच के आईपीएस हैं। इन्हें 1990 के दौर में मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश में नक्सली इलाकों में काम करने के लिए भारत सरकार की ओर से 2008 में में आंतरिक सुरक्षा सेवा मेडल से भी नवाजा गया है।
यह भी पढ़ें : ...तो इस 4 "P" फ़ॉर्मूला के आधार पर चुने गए मोदी कैबिनेट के 9 मंत्री
बेस्ट सेलिंग बुक्स लिखीं
सत्यपाल सिंह मुंबई, पुणे और नागपुर के पुलिस कमिश्नर भी रहे हैं। 1990 में मुंबई में तेजी से बढ़ रहे संगठित अपराध की कमर तोड़ने का श्रेय भी इन्हें जाता है। सत्यपाल सिंह बेस्ट सेलिंग बुक्स भी लिख चुके हैं, जिनमें कुछ जनजातीय संघर्ष और नक्सलवाद पर आधारित हैं। सत्यपाल वैदिक अध्ययन और संस्कृत के जानकार हैं और भ्रष्टाचार, धार्मिक सद्भाव और अध्यात्म जैसे विषयों पर इनकी अच्छी पकड़ है।
इनका जन्म बागपत के बसौली गांव में हुआ था। इन्होंने रासायन विज्ञान में एमएससी और एमफिल किया है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया से रणनीतिक प्रबंधन में एमबीए भी कर चुके हैं, साथ ही पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए और नक्सलवाद में पीएचडी कर चुके हैं।




Created On :   3 Sept 2017 3:20 PM IST