जिस देश में बच्चे कमजोर होंगे, उसका विकास धीमा हो जाएगा: पीएम मोदी
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने पोषण और स्वास्थय पर ध्यान केंद्रित किया है
- पीएम ने कहा कि इस अभियान के साथ ज्यादा से ज्यादा महिलाओं और बच्चों को जोड़ने की जरूरत है
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आशा कार्यकर्ताओं से बात की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आशा कार्यकर्ताओं से बात की। पीएम ने कहा कि सरकार ने पोषण और स्वास्थय पर ध्यान केंद्रित किया है। टीकाकरण का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। इस अभियान के साथ ज्यादा से ज्यादा महिलाओं और बच्चों को जोड़ने की जरूरत है। पीएम ने कहा मैं उन डॉक्टरों के प्रति आभार जताना चाहता हूं, जो बिना फीस के गर्भवती महिलाओं का इलाज कर रहे हैं।
One cannot build a strong building on a weak foundation, similarly, if the children of the country are weak the progress of the country will also slow down: PM Narendra Modi during an interaction with ASHA, ANM Anganwadi workers pic.twitter.com/poDMfrmfSt
— ANI (@ANI) September 11, 2018
मोदी ने कहा कि बच्चे के जन्म के बाद सामान्य तौर पर एक आशा कार्यकर्ता 42 दिनों में 6 बार उसका हाल जानने जाती है। हमने इस समय को बढ़ाकर 15 महीने कर दिया है। अब 15 महीनों के दौरान आशा कार्यकर्ता 11 बार बच्चों का हाल जानने जाएंगी। पीएम ने कहा कि वो बिल्डिंग कभी मजबूत नहीं हो सकती, जिसका आधार ही कमजोर हो। किसी देश में यदि बच्चे कमजोर होंगे तो उस देश का विकास खुद ब खुद धीमा हो जाएगा।
पोषण का सीधा संबंध स्वास्थ्य से
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पोषण का सीधा संबंध स्वास्थ्य से है। आशा कार्यकर्ताओं के कारण ही आज हम अपने मिशन में आगे बढ़ पा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मेरे हजारों नहीं लाखों हाथ हैं, वो हाथ आप लोग हैं। मोदी ने कहा कि आप सभी ने मिशन इंद्रधनुष को तेजी से आगे बढ़ाया और 3 करोड़ बच्चों और 85 लाख गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करवाया है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया, कैसे पचाई जान
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान झारखंड की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मनिता ने पीएम से बात की। मनिता ने मोदी को बताया कि प्रसव के दौरान किस तरह उन्होंने आपातकालीन सेवा देकर मां और बच्चे की जान बचाई। मनिता ने बताया कि जुलाई में 1 महिला ने बच्चे को जन्म दिया। बच्चा रो नहीं रहा था, जिसके कारण परिजनों को लग रहा था कि वह मृत है। हमने पहुंचने के बाद जांच की तो पता चला कि बच्चा जिंदा है।
Created On :   11 Sept 2018 12:07 PM IST