PM Modi ने की BJP के 48 महीनों की कांग्रेस के 48 साल से तुलना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर गांधी परिवार पर निशाना साधा है। रविवार को पुडुचेरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 48 महीने के कार्यकाल की तुलना कांग्रेस के शासनकाल से करते हुए कहा कि सोचने का वक्त आ गया है कि हमने क्या खोया और क्या पाया? इस दौरान उन्होंने "कांग्रेस मुक्त भारत" के नारे को एक बार फिर बुलंद किया।
कांग्रेस के कामकाज पर सवाल
मोदी ने 3 साल के कार्यकाल की तुलना करते हुए कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "48 महीने की हमारी सरकार, 48 साल का उनका कारोबार! जब तुलना हो या हम विकास की यात्रा की बात करें इस देश के सामान्य मानविक के जीवन को आसान बनाने की बात करें तो देखें की क्या तुलना हो सकती है।" उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, "एक परिवार ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से देश पर 48 सालों तक राज किया। हमारी सरकार को मई में 48 महीने पूरे होंगे।
हमारे बाद स्वतंत्रता प्राप्त करने वाले भी हमसे आगे
मोदी ने कहा, "हमने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की। कई देशों ने हमारे बाद स्वतंत्रता प्राप्त की, लेकिन जहां तक विकास की बात है, वो हमसे आगे हैं। हमें अपने आप से यह पूछने की जरूरत है कि हमारे राजनीतिक संस्कृति में, सिस्टम में आखिर क्या कमी है कि हम अभी भी कई देशों से पीछे चल रहे हैं।" एक बार फिर जवाहर लाल नेहरू पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, "भारत के पहले पीएम ने 17 साल देश चलाया, उनकी बेटी ने 14 साल देश पर शासन किया, फिर उनके बेटे ने 5 साल तक देश चलाया, इसके बाद 2004 से 2014 तक आपने देखा कि कैसे रिमोट कंट्रोल के माध्यम से परिवार ने देश चलाया।"
भारत गुरुकुल परंपरा का गृह
पीएम मोदी ने कहा, "भारत ने हमेशा आपसी सहयोग और सम्मान को बढ़ावा दिया है। अलग अलग धर्मों और संस्कृतियों के मध्य हम सद्भाव का संदेश देते रहे हैं। भारत प्राचीन गुरुकुल परंपरा का गृह रहा है, जहां शिक्षा क्लास रूम में देना जरूरी नहीं थी। हमें ऐसे ही बदलाव की ओर कदम बढ़ाने की जरूरत है।"
पुडुचेरी के पास संभावनाएं और संसाधन दोनों
पीएम ने कहा पुडुचेरी में देश को विकास की दिशा देने की क्षमता है। कम कैश वाली अर्थव्यवस्था, पर्यटन में नये आयाम गढ़कर, ईको फ्रेंडी यातायात अपनाकर और 100 फीसदी एलईडी बल्ब अपनाकर यह अपना विकास कर सकता है। यहां की हैरिटेज को संरक्षित करके भी यह राज्य नाम कमा सकता है। दुनिया भर में पुडुचेरी हैरिटेज सिटीज का नेतृत्व कर सकता है। यहां संभावनाएं भी हैं, संसाधन भी हैं। यहां विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।
PM के भाषण की मुख्य बातें :
- पुडुचेरी में संसाधन हैं, सामर्थ्य है, इच्छाशक्ति भी है, लेकिन आखिर ऐसा क्या है, जिसने पुडुचेरी का विकास रोक रखा है? आखिर ऐसा क्यों है कि पुडुचेरी विकास के पैरामीटर्स में देश में सबसे आगे नहीं है।
- हमारे पहले प्रधानमंत्री ने लगभग 17 वर्ष तक इस देश का शासन संभाला। उसके बाद उनकी बेटी ने लगभग 14 साल तक। उनके पुत्र भी पांच साल प्रधानमंत्री रहे। उसी परिवार ने काफी समय तक रिमोट कंट्रोल से भी सरकार चलाई।
- जहां देशभर में ट्रांसपोर्ट सेक्टर का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, वहीं पुडुचेरी में ट्रांसपोर्ट सेक्टर की हालत खराब है। शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर, पावर डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम भी कांग्रेसी कल्चर का शिकार रहा है।
- पुडुचेरी में मेडिकल एजूकेशन का HUB है। 9 मेडिकल कॉलेजों में सबसे महत्वपूर्ण है केंद्र सरकार का JIPMER हॉस्पिटल। JIPMER के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार ने 450 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।
- केंद्र सरकार ने कोस्टल सर्किट में टूरिज्म बढ़ाने के लिए स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत पुडुचेरी के लिए 85 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। इसी तरह यहां पर Heritage और Spiritual सर्किट के लिए भी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा जारी किए गए हैं।
- उड़ान योजना के तहत पुडुचेरी से Flight Service को फिर से शुरू कर दिया गया है और इससे हैदराबाद और बेंगलुरू शहर भी आपसे हवाई सेवा के माध्यम से जुड़ गए हैं।
- 12-13 लाख की आबादी वाले पुडुचेरी में पिछले तीन साल में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत सवा तीन लाख Loan दिए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा पुडुचेरी में जनधन योजना के माध्यम के करीब डेढ़ लाख लोगों के बैंक अकाउंट खोले गए हैं।
- सवा सौ करोड़ भारतीय मिलकर इस समय संकल्प से सिद्धि की यात्रा पर बढ़ रहे हैं। हम सभी का सपना न्यू इंडिया का है। ये सपना तभी पूरा होगा, जब न्यू पुडुचेरी का संकल्प सिद्ध होगा।
- देश का प्रत्येक शहर जब अपने-अपने संकल्प को पूरा करने में जुट जाएगा तो कोई भी शक्ति हमें न्यू इंडिया के निर्माण से रोक नहीं पाएगी। आइए, पुडुचेरी के गौरव को और बढ़ाने का संकल्प लें, न्यू पुडुचेरी का संकल्प लें।
Created On :   25 Feb 2018 11:04 PM IST