संविधान ने हमें अभिभावकों की तरह चलना सिखाया : पीएम मोदी

By - Bhaskar Hindi |27 Nov 2017 4:39 AM IST
संविधान ने हमें अभिभावकों की तरह चलना सिखाया : पीएम मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संविधान सभा की वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संविधान ने हमें अभिभावक की तरह चलना सिखाया है, हमें चुनौतियों का सामना करना सिखाया है। इस मौके पर उन्होंने भारतीय संविधान को जीवंत और संवेदनशील बताते हुए यह भी कहा कि हमारा संविधान जितना जवाबदेह है उतना सक्षम भी है, संविधान का हर शब्द पवित्र है।
यह बोले पीएम :
- संविधान ने हर परिस्थिति में देश को एकजुट रखने की ताकत दी है।
- संविधान में कभी गलती नहीं हो सकती, अगर गलती होती है तो यह उस संस्था की है जो संविधान का पालन करवा रही है।
- हमारे संविधान पर करोड़ों लोगों की उम्मीदें टिकी हैं। संविधान लोकतंत्र की आत्मा होती है।
- क्या एक परिवार के सदस्य के तौर पर हम उन मर्यादाओं का पालन कर रहे हैं जिसकी उम्मीद हमारा अभिभावक और हमारा संविधान हमसे करता है।
- हम रहे या न रहे यह देश हमेशा रहने वाला है।
- भारत के लिए यह समय स्वर्ण काल है। आत्मविश्वास से भरा देश कई दशकों बाद दिखा है।
- सिस्टम में तेजी आ रही है, गति आ रही है। यह गति सभी की जिंदगी आसान बन रही है।
- केन्द्र सरकार ने ग्रुप डी और ग्रुप ई की नौकरियों से इंटरव्यू हटाकर जल्दी रिक्रुटमेंट की सारी बाधाएं हटा दी है।
- कालाधन गरीब की जिंदगी में रुकावट डालता है। इसका सफाया जरूरी।
- न्यू इंडिया बनाने को लेकर सभी को संकल्प लेना होगा।
- भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद को देश से खत्म करना है।
- जीवन को बेहतर बनाने के लिए कोशिश करते रहें।
- हमें आने वाली पीढ़ियों को कुछ देकर जाना है।
- गरीब को गंदगी, बीमारी से छुटकारा दिलाना है।
- लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ करान पर चर्चा हो।
- हमें साथ मिलकर काम करने और एक दूसरे को मजबूत करने का संकल्प लेना होगा।
Created On :   26 Nov 2017 5:15 PM IST
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