पीएम मोदी का राहुल पर निशाना, बताया गले लगने और गले पड़ने का अंतर
- 16वीं लोकसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना अंतिम भाषण दिया।
- पीएम ने कहा कि सदन में मैंने पहली बार आंखों की गुस्ताखियों वाला खेल भी देखा।
- पीएम ने बिना नाम लिए कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी को गले मिलने और गले पड़ने का अंतर समझाया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 16वीं लोकसभा के बजट सत्र के आखिरी दिन लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना अंतिम भाषण दिया। इस भाषण में जहां पीएम ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई वहीं चुटिले अंदाज में विपक्ष को घेरा। उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी को गले मिलने और गले पड़ने का अंतर समझाया। पीएम ने कहा कि सदन में मैंने पहली बार आंखों की गुस्ताखियों वाला खेल भी देखा। उन्होंने अपने इस भाषण में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की तारीफ की।
पहली बार इस सदन में आने पर ही मुझे पता चला कि गले मिलने और गले पड़ने में क्या अंतर होता है।
— BJP (@BJP4India) February 13, 2019
इसी सदन में मैंने पहली बार आंखों की गुस्ताखियों वाला खेल भी देखा : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में #DeshKaLeaderModi pic.twitter.com/XBOwS7Td7U
पीएम के भाषण की मुख्य बातें :
- सदन में हम सुनते थे कि भूकंप आएगा, लेकिन 5 साल का कार्यकाल अब पूरा हो रहा है और कोई भूकंप नहीं आया। कभी हवाई जहाज उड़ाए गए, पर लोकतंत्र और लोकसभा की मर्यादा इतनी ऊंची है कि इसे कोई फर्क नहीं पड़ा।
- मुझ जैसे नए सांसद ने आप सभी से बहुत कुछ सीखा है। यहां आकर मुझे कभी नहीं लगा कि मैं नया हूं, इसके लिए मैं आप सबको धन्यवाद देता हूं।
- मैं जब पहली बार यहां आया तो मुझे पता चला कि "गले मिलना और गले पड़ना" क्या होता है। इसी सदन में मैंने पहली बार आंखों की गुस्ताखियों वाला खेल भी देखा।
- इस सदन ने काले धन और भ्रष्टाचार के विरुद्ध कईं कानून बनाये। सदन ने GST बिल भी पारित किया। इसके अतिरिक्त लोकमहत्व के बहुत से बिल इस सदन में पास किए गए। सदन के सदस्य जब जनता के बीच जाएंगे, तो वे गर्व से इन 5 वर्षों में सदन द्वारा काले धन और भ्रष्टाचार के विरुद्ध बनाए गए कानूनों के विषय में बता सकते हैं। इस सदन के सदस्यों ने 1,400 से अधिक निष्क्रिय कानूनों को समाप्त करने का भी काम किया है।
- बहुमत की सरकार को दुनिया में अलग पहचान मिलती है। विश्व में भारत की बहुमत की सरकार के प्रयासों को सराहा गया है और इसका श्रेय न मोदी को जाता है और न सुषमा स्वराज को जाता है बल्कि देश के सवा सौ करोड़ देशवासियों को जाता है।
- पिछले 5 साल में भारत ने मानवता के काम में बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। योग आज पूरे विश्व में गौरव का विषय बन गया है। यूएन के अंदर बाबासाहेब आंबेडकर और महात्मा गांधी की जयंती मनाई जा रही है।
- हमारे कार्यकाल में देश विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। इसके लिए यहां बैठे सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं, क्योंकि नीति-निर्धारण का काम यहीं हुआ है। आज देश आत्मविश्वास से भरा हुआ है और इस गति के साथ आगे बढ़ रहा है जो कि दुनिया के लिए आदर्श बन रहा है। विश्व की सभी मान्य संस्थाओं ने भारत की विकास की रफ्तार को सराहा है।
- बिना कांग्रेस गोत्र की इस लोकसभा में सरकार बनी है। 16वीं लोकसभा सबसे अधिक महिला सांसदों के लिए जानी जाएगी, जिनमें से 44 महिला सांसद पहली बार चुनकर आई थी। कैबिनेट में विदेश मंत्री और रक्षी मंत्री का पद महिला मंत्रियों के पास है।
- मैं सदन के सभी सदस्यों की ओर से अध्यक्ष महोदया को सदन की कार्रवाई सुचारु रूप से चलाने के लिए धन्यवाद देता हूं।
Created On :   13 Feb 2019 6:31 PM IST