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मस्जिद, हज हाउस, स्कूल, टोल प्लाजा के बाद भगवा हुए पुलिस लाइन क्वार्टर
हाईलाइट
- मुजफ्फरनगर में पुलिस लाइन क्वार्टर को भगवा रंग में रंग दिया गया।
- पुलिस ने की मामले को टालने की कोशिश।
- 17 जून को मुजफ्फरनगर के टोल प्लाजा को भी भगवा कर दिया गया था।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस लाइन क्वार्टर को भगवा रंग में रंग दिया गया है। सरकारी स्कूल और कार्यालयों के बाद अब पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर में पुलिसकर्मियों के लिए बनाए गए घरों पर भगवा रंग किया गया है। हालांकि यह क्वार्टर हाल ही में बनाए गए हैं। मामला समाने आने के बाद पुलिस से जब इस रंग के बारे में पूछा गया तो सब टालने की कोशिश करते दिखे। इससे पहले कई सरकारी कार्यालयों पर भगवा रंग करने और मदरसे की दीवारों पर भगवा रंग करने से योगी सरकार विवादों में घिर गई थी और विवाद बढ़ गया था।
Police line quarters in Muzaffarnagar have been painted Saffron in colour. (17.07.18) pic.twitter.com/3xZnwUOPdO
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2018
गौरतलब है कि 17 जून को मुजफ्फरनगर के टोल प्लाजा को भी भगवा कर दिया गया था। जबकि मुजफ्फरनगर-सहारनपुर हाईवे पर बने फोर लेन टोल प्लाजा को ट्रायल के लिए खोले जाने पर प्रदेश सरकार की तरफ से थ्री नोटिफिकेशन का इंतजार कर रही थी। इससे पहले लखनऊ स्थित सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिस को भगवा रंग में रंगा गया था। जिस पर काफी राजनीति भी हुई। वहीं उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की रोडवेज बसों को भी भगवा रंग में रंगा जा चुका है।
सीएम योगी आदित्यनाथ के हरदोई दौरे के पहले वहां के कार्यक्रम स्थल के टॉयलेट के टाइल्स को भी भगवा रंग में रंगा गया था, हालांकि इस मामले को लेकर विवाद बढ़ने के बाद भगवा कलर की टाइल्स को हटा दिया गया था। हज हाउस को भी भगवा रंग में रंगा गया, लेकिन बाद में उसका रंग बदल दिया गया था। 100 प्राइमरी स्कूलों को भी भगवा रंग में रंगवा दिया गया था। गौरतलब है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से सब कुछ भगवा रंग में रंगा जा रहा है। सीएम योगी खुद भगवा रंग के कपड़े पहनते हैं। उनके लिए भगवा कलर की कुर्सी और सोफे लगाए जाते हैं। टेबल पर उनकी नेम प्लेट तक भगवा होती है।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।