व्यापमं घोटाला : दिग्विजय, सिंधिया, कमलनाथ और प्रशांत पांडे पर FIR दर्ज
- BJP विधि प्रकोष्ठ की तरफ से दायर किए परिवाद पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये आदेश बुधवार को दिए थे।
- जिला कोर्ट के आदेश के बाद श्यामला हिल्स थाना पुलिस ने FIR दर्ज की है।
- दिग्विजय सिंह
- ज्योतिरादित्य सिंधिया
- कमलनाथ और व्हिसिल ब्लोअर प्रशांत पांडे के खिलाफ भोपाल पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं महाघोटाला मामले में जिला कोर्ट के आदेश के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और व्हिसिल ब्लोअर प्रशांत पांडे के खिलाफ भोपाल की श्यामला हिल्स पुलिस ने गुरुवार को FIR दर्ज कर ली है। इन सभी पर कोर्ट को गुमराह करने और झूठे दस्तावेज पेश करने का आरोप लगा है। BJP विधि प्रकोष्ठ की तरफ से दायर किए परिवाद पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये आदेश बुधवार को दिए थे।
श्यामला हिल्स थाना पुलिस के मुताबिक सभी आरोपियों पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने की IPC की धारा 420, 465, 467, 468, 471, 120 B के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि बुधवार को स्पेशल जज सुरेश सिंह ने कांग्रेस नेताओं और व्हिसिल ब्लोअर पर FIR दर्ज करने के आदेश देते हुए पुलिस को 4 अक्टूबर को FIR की कॉपी कोर्ट में पेश करने के लिए कहा था। भाजपा विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संतोष शर्मा ने कांग्रेस नेताओं पर कोर्ट को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने परिवाद में जो दस्तावेज कोर्ट में पेश किए हैं वे झूठे हैं।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने व्यापमं मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 18 लोगों के खिलाफ परिवाद दायर किया है। कोर्ट में उन्होंने 27 हजार पन्नों के डिजिटल दस्तावेज और पेन ड्राइव सौंपी है। दिग्विजय सिंह का दावा है कि उन्होंने कोर्ट को जो डेटा सौंपा है उसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 48 बार नाम है। जबकि जांच एजेंसियों ने जिस हार्डडिस्क को जब्त किया था उसकी जांच के बाद सीएम शिवराज को क्लीन चिट दे दी थी। सीबीआई ने अपनी जांच में किसी को दोषी नहीं पाया था, लेकिन दिग्विजय सिंह का दावा है कि CBI ने शिवराज सिंह को बचाने की कोशिश की है।
कोर्ट के इस आदेशो के बाद कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा था। सिंधिया ने कहा था, "व्यापम में मप्र के हजारों युवाओं के साथ हुए अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई को लेकर भाजपा ने सत्ता के दबाव में जो झूठा केस हम पर दर्ज कराया है, वो केवल भाजपा सरकार की बौखलाहट दर्शा रहा है। उनको मैं बस यही कहना चाहूँगा - सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नही। हम न डरेंगे, न झुकेंगे - प्रदेश के हमारे युवाओं की इस सत्य की लड़ाई को अंतिम साँस तक लड़ेंगे।"
Created On :   27 Sept 2018 6:40 PM IST