CBI चीफ को रिश्वत देने के नाम पर मीट कारोबारी ने ठगे 5 करोड़ रुपए

Pradeep koneru blame on moin qureshi for 5 crore in the name of CBI chief
CBI चीफ को रिश्वत देने के नाम पर मीट कारोबारी ने ठगे 5 करोड़ रुपए
CBI चीफ को रिश्वत देने के नाम पर मीट कारोबारी ने ठगे 5 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। घोटाले जैसे मामले को सुलझाने और केस को रफा दफा करवाने के नाम पर मीट कारोबारी मोईन कुरैशी ने कारोबारी प्रदीप कोनेरू से 5 करोड़ रुपए ठग लिए। प्रदीप के बयान पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कुरैशी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। शिकायत दर्ज कराते हुए प्रदीप कोनेरू ने आरोप लगाया है कि मोईन कुरैशी ने CBI के तत्कालीन डायरेक्टर एपी सिंह को देने के नाम पर उनसे 5 करोड़ रुपए लिए थे।

 

ED के अनुसार कुरैशी और उसके नियोक्ता आदित्य शर्मा के बीच ब्लैकबेरी मैसेंजर पर हुई बातचीत से साफ है कि कोनेरू से पैसे लिए गये थे। इंडियन एक्सप्रेस ने जब इस मामले में एपी सिंह से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने एक मैसेज में कहा कि सॉरी, वकील ने इस मामले पर मीडिया या प्रेस करने से सख्त रूप से मना किया है।

 

कोनेरू ने शिकायत में बताया है कि वे कुरैशी से दिल्ली के छतरपुर फॉर्म हाउस इलाके में एक सामाजिक कार्यक्रम में फरवरी 2012 में मिले थे। यहां कुरैशी ने उनसे कहा था कि अगर उसे 2-3 करोड़ रुपये दे दें तो वो CBI में चल रहा उनका केस मैनेज कर सकते हैं, जिससे कोनेरू का कानूनी खर्च बच सकता है। प्रदीप ने आरोप लगाया कुरैशी बाद में करीब तीन-चार करोड़ रुपए और मांगने लगा था।

 

प्रदीप ने बताया है कि कुरैशी ने एपी सिंह के साथ अपनी तस्वीरें दिखाकर उन्हें प्रभावित किया था। कुरैशी की बेटी CBI के सालाना जलसे का आयोजन कर रही थी। कोनेरू के अनुसार कुरैशी ने उनसे कहा कि इस आयोजन में भी उनका काफी खर्च होना है। कोनेरू के पिता ट्राइमेक्स ग्रुप के संस्थापक हैं, जो हैदराबाद की एक हाउसिंग परियोजना में हुए कथित घोटाले में आरोपी थे। CBI ने उनके खिलाफ फरवरी 2012 में आरोपपत्र दायर किया था।

 

कोनेरू ने ED से कहा कि मैंने (कुरैशी को) 5.25 करोड़ रुपये 2012 में दिए और साल 2013 में 50 लाख रुपए दिए, क्योंकि वो मुझे धमका रहे थे। वो कह रहे थे कि मेरे पिता को नुकसान पहुंच सकता है। क्योंकि CBI के तत्कालीन डायरेक्टर रंजीत सिन्हा भी उनके जानने वाले और करीबी हैं.. मैंने उन्हें कुल 5.75 करोड़ रुपये दिए लेकिन उन्होंने मेरे पिता के मामले में कोई मदद नहीं की।

Created On :   27 Oct 2017 5:35 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story