RSS के कार्यक्रम में शामिल होने नागपुर जाएंगे पूर्व प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सात जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय जाएंगे। वहां स्वयं सेवकों को संबोधित भी करेंगे। आरएसएस के साथ पूर्व राष्ट्रपति के कार्यालय ने भी इस यात्रा की पुष्टि कर दी है। बताया जा रहा है कि प्रणब मुखर्जी इस कार्यक्रम में दो दिन शामिल होंगे। इसके बाद वे आठ जून को नागपुर से वापस लौटेंगे।
Former Pres Pranab Mukherjee acceptance to attend RSS event in Nagpur sends a message to the country that on vital issues there should be dialogueadversaries are not enemies. Questions raised on RSS-Hindutva is being answered by his acceptance of invitation: Rakesh Sinha, RSS pic.twitter.com/9PS0i2CQ7d
— ANI (@ANI) May 28, 2018
आरएसएस कार्यकर्ता ने उल्लेख किया कि संघ सदस्य जो संघ प्रचारक बनने के लिए अध्ययन कर रहे हैं, उन्हें मुखर्जी के संबोधन को लेकर आमंत्रण जारी किया गया है। पूर्व प्रेसिडेंट से जुड़े करीबी अधिकारियों ने बताया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से प्रणब मुखर्जी के कई सालों से अच्छे संबंध हैं। बीजेपी को आरएसएस की राजनीतिक इकाई भी कहा जाता है। पूर्व राष्ट्रपति ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी।
700 कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे पूर्व राष्ट्रपति
कांग्रेस शासन के दौरान उन्होंने रक्षा और वित्त जैसे कई अहम मंत्रालय भी संभाले। अधिकारी ने बताया, जब मुखर्जी राष्ट्रपति चुने गए तब भागवत को दो से तीन बार राष्ट्रपति भवन आमंत्रित किया गया था, जहां देश की संस्कृति और दार्शनिक मुद्दों पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम के लिए पूर्व राष्ट्रपति को दिए गए निमंत्रण पर RSS ने कहा है कि इस कार्यक्रम में संबोधन के लिए प्रबुद्ध और प्रसिद्ध लोगों को आमंत्रित किया जाता है।
मोहन भागवत से हुई पिछली मुलाकातों के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आरएसएस के बारे में और अधिक जानने की इच्छा जताई थी, इसीलिए उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया गया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इस कार्यक्रम में वह करीब 700 कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
गर्मी के सीजन में ट्रेनिंग कैंप आयोजित करता है RSS
आरएसएस गर्मी के सीजन में पूरे देशभर में ट्रेनिंग कैंपों को आयोजित करता है। ट्रेनिंग तीन साल के लिए होती है। अंतिम वर्ष का कैंप "तृतीया वर्ष शिक्षा वर्ग" के नाम से जाना जाता है। इसी कैंप का आयोजन हर साल नागपुर में किया जाता है। जिसके बाद कार्यकर्ताओं को संघ प्रचारक की उपाधि मिल जाती है।
Created On :   28 May 2018 2:37 PM IST