उप्र में शांतिपूर्वक अता हुई जुमे की नमाज
लखनऊ, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अता की गई। प्रदेश में शुक्रवार को कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। पिछले सप्ताह नमाज के बाद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई व्यापक हिंसा के मद्देनजर इस जुमे को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया था। ड्रोन कैमरों से भी निगरानी होती रही। अफवाहों पर रोक के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं।
प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदेशभर में शांति रही। उन्होंने बताया कि सभी जनपदों में पीस कमेटियों की बैठकें हुई हैं, जिस वजह से पूरे राज्य में अब अमन-चैन का माहौल है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है।
विभिन्न जिलों से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में शुक्रवार को जिला और पुलिस प्रशासन दिनभर अलर्ट मोड पर रहा, जिस वजह से कहीं पर भी किसी तरह का बवाल नहीं हुआ। नमाज के बाद मस्जिदों से निकले लोग सीधे अपने घर चले गए।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में भी लोगों ने नमाज अता की और शांतिपूर्वक अपने-अपने घर की तरफ निकल लिए। मस्जिदों के आस-पास पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान बड़ी संख्या में तैनात रहे। सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद थी, जो शाम तक जारी रही। संवेदनशील इलाकों में लगातार गश्त भी की जा रही थी।
लखनऊ के अलावा वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज, मेरठ, आगरा, मुरादाबाद, बरेली और अन्य जिलों से मिली खबरों के मुताबिक, विभिन्न मस्जिदों में जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हो गई।
गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून को लेकर पिछले शुक्रवार जुमे की नमाज के बाद प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान प्रदेशभर में 19 लोगों की मौत हो गई थी और लखनऊ के अपर पुलिस महानिदेशक समेत करीब 288 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके मद्देनजर जुमे की नमाज को लेकर जबरदस्त सुरक्षा बंदोबस्त किया था।
तकरीबन सभी जिलों के संवेदनशील इलाकों में एक दिन पहले ही सुरक्षा बलों ने रूट मार्च किया था। सभी थाना क्षेत्रों में पीस कमेटी के साथ बैठकें भी की गई थीं।
हिंसा के चलते करीब एक हफ्ते तक प्रदेश के कई जिलों में बंद रही इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई थीं, लेकिन एहतियातन कई 21 नगरों में इसे फिर से बंद कर दिया गया है, ताकि सोशल मीडिया से किसी तरह की अफवाह न फैल सके। कुछ जिलों में गुरुवार दोपहर से ही इंटरनेट बंद कर दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में आज ड्रोन से भी नजर रखी गई।
पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था ने बताया कि हिंसक प्रदर्शन को लेकर अब तक प्रदेश में विभिन्न जनपदों में 372 अभियोग पंजीकृत हुए और 1246 गिरफ्तारियां हुई हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने पर अब तक 95 अभियोग पंजीकृत हुए हैं और 125 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इसके अलावा अब तक 687 अवैध कारतूस बरामद हुए हैं।
उन्होंने बताया कि हिंसा में जो नुकसान हुआ है, उसकी क्षतिपूर्ति के लिए पूरे प्रदेश में अब तक 498 प्रदर्शनकारियों को वसूली की नोटिस भी जारी किया जा चुका है।
Created On :   27 Dec 2019 9:31 PM IST