प्रेसिडेंट कोविंद की पहली विदेश यात्रा, देखिए क्यों है खास ?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए जिबुती और इथियोपिया के लिए रवाना हो गए। अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान मंगलवार को राष्ट्रपति जिबूती पहुंचे, जहां उनका स्वागत जिबूती के प्रधानमंत्री कामिल मोहम्मद ने गर्मजोशी से किया।
भारतीय अदा करते हैं ब्रिज की भूमिका
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय समुदाय के लोग भारत और दुनिया के बीच ब्रिज की भूमिका अदा करते हैं। हमें अपने जड़ को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह मायने नहीं रखता है कि हम कहां रहते हैं। साथ ही कोविंद ने कहा कि अदन की खाड़ी के पास स्थित जिबूती सामरिक रूप से अहम देश है। हिंद महासागर में यह भारत के लिए महत्वपूर्ण भागीदार देश है।
#PresidentKovind in Djibouti on maiden State Visit; first Indian VVIP to come here. Meets PM Kamil Mohamed at airport, garlands Mahatma bust pic.twitter.com/gp81JfyXwq
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 3, 2017
अफ्रीका और हिंद महासागर भारतीय विदेश नीति के केंद्र बिंदु
विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी और दक्षिण अफ्रीका) नीना मल्होत्रा ने पहले बताया कि राष्ट्रपति दोनों अफ्रीकी देशों की अपनी यात्रा के दौरान विदेश कार्यालय परामर्श और इथियोपिया के साथ वृहद आर्थिक सहयोग को संस्थागत बनाने से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक ने कहा कि जिबूती हिंद महासागर क्षेत्र का महत्वपूर्ण साझेदार देश है, जिसके साथ साल 2016-17 में भारत का द्विपक्षीय कारोबार 28.4 करोड़ डॉलर का रहा। मलिक ने कहा, ‘राष्ट्रपति इस यात्रा को लेकर आशान्वित हैं। वह मानते हैं कि अफ्रीका और हिंद महासागर क्षेत्र भारतीय विदेश नीति के केंद्र में हैं, लिहाजा उनकी पहली विदेश यात्रा के लिए इस क्षेत्र को चुना गया है।’"
#PresidentKovind addresses the Indian community in Djibouti; says its a great honour to be the first Indian President to visit the country pic.twitter.com/cBQFOYUGoR
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 3, 2017
45 साल बाद किसी राष्ट्रपति का इथियोपिया दौरा
भारत ने जिबूती को 4.9 करोड़ डॉलर का ऋण दिया है, जो मुख्य रूप से एक सीमेंट संयंत्र बनाने के लिए है। कोविंद की इथियोपिया यात्रा 45 साल में किसी भारतीय राष्ट्रपति की पहली यात्रा है। इससे पहले साल 1972 में तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि इथियोपिया का दौरा किया था। इथियोपिया के साथ साल 2016 में भारत का द्विपक्षीय व्यापार करीब एक अरब डॉलर का रहा था।
Created On :   4 Oct 2017 7:58 AM IST