राहुल गांधी चीनी सीमा से सटे सिक्किम-अरुणाचल के इलाकों का करेंगे दौरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी डोकलाम मसले पर केंद्र सरकार को घेरते रहे हैं। अब वह खुद चीनी सीमा से सटे सिक्किम और अरुणाचल के इलाकों का जायजा लेने जा सकते हैं। दरअसल विदेश मामलों की संसदीय समिति कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अगले महीने सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों का दौरा करेगी। खबर है कि इस टीम में राहुल गांधी भी रहेंगे। इस दौरे का मकसद डोकलाम संकट के बाद हालात का जायजा लेना है।
The Parliamentary standing committee on External Affairs, headed by Shashi Tharoor also includes Congress President Rahul Gandhi, will visit border areas in Sikkim Arunachal Pradesh in the last week of May.The visit will review the situation following Doklam crisis with China
— ANI (@ANI) May 1, 2018
घुसपैठ की जगह का भी सदस्य कर सकते हैं दौरा
मालूम हो कि भारत और चीन के बीच करीब 73 दिनों तक डोकलाम विवाद चला था। हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन का दौरा किया था। इस दौरान डोकलाम पर सरकार के अस्पष्ट एजेंडे को लेकर कांग्रेस ने केंद्र को आड़े हाथों लिया था। ऐसे में संसदीय समिति का यह दौरा और भी ज्यादा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। डोकलाम में भारत-चीन सैन्य गतिरोध के तमाम पहलुओं पर समिति गौर कर रही है। " सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरे का उद्देश्य साफ है, भारत-चीन सीमा पर आज के हालात कैसे हैं, इसकी समीक्षा की जाएगी। सूत्र ने यह भी कहा कि संभव हुआ तो जिस इलाके में घुसपैठ हुई थी, समिति के सदस्य वहां भी जा सकते हैं। इस दौरे में निरीक्षण के लिए हेलिकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं संसदीय समिति के सदस्य वहां तैनात टॉप सिक्यॉरिटी और डिफेंस अधिकारियों के साथ भी वार्ता करेंगे।
डोकलाम विवाद को लेकर चीन की मंशा क्या है?
इससे पहले विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने 31 सदस्यीय संसदीय समिति को जानकारी दी थी कि भूटान डोकलाम मसले पर पूरी तरह से भारत के साथ है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस दौरान विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से पूछा था कि आखिर डोकलाम विवाद को लेकर चीन की मंशा क्या है? उन्होंने पूछा था कि पेइचिंग ने आखिर डोकलाम को ही क्यों चुना। राहुल गांधी ने उन रिपोर्टों के बारे में भी पूछा था जिसमें कहा गया है कि डोकलाम के पास चीन काफी निर्माण कार्य करा रहा है। इस पर अधिकारियों ने कहा है कि भारतीय क्षेत्र में चीन कुछ भी नहीं कर रहा है।
क्या है डोकलाम विवाद?
पिछले साल जून में चीनी सैनिकों द्वारा भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।
Created On :   30 April 2018 6:43 PM IST