8 नवंबर बुरा दिन था, मोदी सरकार कैसे जश्न मना सकती है ?

rahul gandhi meeting with manmohan singh congress leaders
8 नवंबर बुरा दिन था, मोदी सरकार कैसे जश्न मना सकती है ?
8 नवंबर बुरा दिन था, मोदी सरकार कैसे जश्न मना सकती है ?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के महासचिवों और राज्य प्रभारियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी शामिल हुए। बैठक में नोटबंदी की सालगिरह पर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार हुआ। नोटबंदी के एक साल पूरा होने के मौके पर कांग्रेस 8 नवंबर को काला दिवस मनाने का ऐलान कर चुकी है।

गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में हुई इस बैठक में जीएसटी और नोटबंदी को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई गई। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, जयराम रमेश भी शामिल हुए। मोदी सरकार के फैसलों की खामियों को देश के हर राज्य के नागरिकों तक पहुंचाने के लिए राहुल गांधी ने महासचिवों और राज्य ईकाई के अध्यक्षों को अहम निर्देश दिए।

 

सरकार नोटबंदी का जश्न कैसे मना सकती है ?

कांग्रेस नेताओं से मीटिंग के बाद राहुल ने कहा कि पिछले साल 8 नवंबर का दिन देश के लिए बेहद बुरा था। समझ नहीं आता कि सरकार नोटबंदी का जश्न कैसे मना रही है। राहुल ने कहा कि पीएम को जनता की मुश्किलों का एहसास नहीं है। मुझे लगता है कि पीएम मोदी को अभी तक आम जन की तकलीफों का एहसास नहीं हुआ है, मानो देश को हुई तकलीफ का पीएम मोदी को पता ही नहीं। राहुल ने तंज कसा कि सरकार ने जनता पर दो बम गिराए, पहला नोटबंदी और दूसरा जीएसटी। राहुल ने नोटबंदी के बाद जीएसटी को दूसरा टॉरपीडो बताया, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। जीएसटी का विचार तो बढ़िया है, लेकिन इसे जिस तरह लागू किया गया है वो तरीका ठीक नहीं है। राहुल जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स भी बता चुके हैं। 

 

ये भी पढ़ें- #TopStory : ये मुलाकात तय करेगी हार्दिक कांग्रेस के साथ जाएंगे या नहीं?
 

दरअसल कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि असेंबली चुनाव में नोटबंदी और जीएसटी का मुद्दा पार्टी को खासा फायदा दे सकता है। राहुल गांधी की अब तक हुई रैलियों में  नोटबंदी और जीएसटी से हो रही परेशानियों को जोर शोर से उठाया जा रहा है।

इससे पहले बीजेपी ने 8 नवंबर को काला धन विरोधी दिवस मनाने का ऐलान किया था। ऐसे में राहुल की इस रणनीति को बीजेपी के जवाब की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है।

Created On :   30 Oct 2017 12:56 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story