मानसरोवर यात्रा : राहुल गांधी ने किया ट्वीट, लिखा-जिसको बुलावा आता है वही जाता है
- मानसरोवर यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने किया ट्टीट
- साझा की झील की तस्वीरें।
- राहुल गांधी की यात्रा को बीजेपी ने बताया पाखंड।
- राहुल गांधी ने ट्टीट के माध्यम से बताया अपना आध्यात्मिक अनुभव।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 12 दिनों की मानसरोवर यात्रा पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्टीट के माध्यम से अपना आध्यात्मिक अनुभव साझा किया है। राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा,"कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर वही व्यक्ति जाता है जिसको कैलाश का बुलावा आता है। मैं यहां आकर प्रसन्न हूं कि मुझे कैलाश ने ये अवसर दिया ताकि मैं इस सुंदर यात्रा में जो देखूंगा उसे आप लोगों के साथ साझा कर सकूंगा" राहुल अपने दूसरे ट्वीट में झील की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "मानसरोवर झील का पानी बेहद शांत, स्थिर और कोमल है। यह झील सब कुछ देती है और कुछ नहीं लेती। इसे कोई भी ग्रहण कर सकता है। यहां कोई घृणा नहीं है, इसलिए भारत में इस जल को पूजा जाता है।"
A man goes to Kailash when it calls him. I am so happy to have this opportunity and to be able to share what I see on this beautiful journey with all of you.#KailashYatra
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2018
गौरतलब है कि राहुल अपनी इस यात्रा के दौरान अपने सभी अनुभवों को Twitter के मध्यम से साक्षा कर रहे हैं। राहुल ने यात्रा के पूर्व भी संस्कृत का एक श्लोक "ॐ असतो मा सद्गमय।तमसो मा ज्योतिर्गमय।। मृत्योर्मामृतम् गमय। ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥" ट्वीट किया था। बुधवार को भी राहुल गांधी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान सुंदर झील की तस्वीरें शेयर की हैं। राहुल अपनी इस यात्रा पर 31 अगस्त को नेपाल के लिए रवाना हुए थे। जहां से उन्होंने कैलाश के लिए प्रस्थान किया। राहुल गांधी के इस यात्रा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान मचा है। बीजेपी इसे पाखंड करार दे रही है, तो कांग्रेस उसे एक शिवभक्त और उसकी भक्ति के बीच में विघ्न बता रही है। इसके साथ ही राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया था, जिसमें कहा गया था कि यात्रा के दौरान राहुल ने नॉनवेज भोजन किया था। हालांकि कुछ देर बाद काठमांडू के रेस्तरां ने सफाई दी कि राहुल ने सिर्फ शाकाहारी भोजन ही किया है।
The waters of lake Mansarovar are so gentle, tranquil and calm. They give everything and lose nothing. Anyone can drink from them. There is no hatred here. This is why we worship these waters in India.#KailashYatra pic.twitter.com/x6sDEY5mjX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 5, 2018
Created On :   5 Sept 2018 12:01 PM IST