आज त्रिपुरा में थमेगा चुनावी शोर, राहुल गांधी झोंकेंगे पूरी ताकत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। त्रिपुरा में चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। शाम 5 बजे चुनावी शोर थम जाएगा। 60 विधानसभा सीटों वाले राज्य में 18 फरवरी को वोटिंग है और 3 मार्च को नतीजों की घोषणा की जाएगी, लेकिन इससे पहले शुक्रवार यानी आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे। राहुल गांधी त्रिपुरा में रामकृष्ण कॉलेज के स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। देश में अपने अस्तित्व को बचाने में जुटी कांग्रेस के लिए यह चुनाव किसी जंग से कम नहीं है। वर्तमान विधानसभा में कांग्रेस के केवल दो विधायक हैं, जिसमें से एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बिराजीत सिन्हा हैं जो कैलाशहर विधानसभा क्षेत्र से लगातार 7वीं बार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस ने माकपा सरकार को सत्ता से हटाने की रणनीति तैयार कर ली है।
माणिक सरकार 1998 से मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हैं। त्रिपुरा में पिछले सभी विधानसभा चुनाव कांग्रेस बनाम मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच रहे हैं, लेकिन 2018 विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा की फिजा बदली हुई नजर आ रही है। त्रिपुरा की राजनीति पर नजर रखने वालों को लगता है कि इस बार चुनाव नतीजे कुछ अप्रत्याशित हो सकते हैं। कांग्रेस जहां अपने अस्तित्व को बचाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। वहीं दूसरी ओर केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने पूर्वोत्तर में अपने पैर पसारने के लिए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है।
लगभग दो दशकों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज माणिक सरकार इमनदार छवि के लिए जाने जाते हैं, लेकिन विपक्षी दल पिछले कुछ समय से जिस तरह जमीनी स्तर पर चुनाव प्रचार में जुटे हैं, उससे माणिक सरकार को नुकसान पहुंच सकता है। मौजूदा सरकार के प्रति लोगों के भरोसे में प्रत्यक्ष रूप से तो कोई कमी नहीं दिख रही है, लेकिन लोकलुभावन वादे-इरादे चुनाव के ऐसे पहलू होते हैं जो नतीजों को प्रभावित करते हैं।
Created On :   16 Feb 2018 9:06 AM IST