रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी ने दिया इस्तीफा, खरसिया से विधानसभा या रायपुर से लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव
- अब राजनीति में हाथ आजमाएंगे
- भाजपा की ओर से लड़ सकते हैं चुनाव
- रायपुर कलेक्टर का पद से इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2005 बैच के आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ओपी चौधरी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कलेक्टर हैं, उन्होंने अपना इस्तीफा केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को भेज दिया है। ओपी चौधरी भाजपा के साथ जुड़कर अपनी राजनीतिक पारी शुरू कर सकते हैं।
चल रही थी चुनाव लड़ने की चर्चा
सत्ता के गलियारों के बीच ओपी चौधरी के चुनाव लड़ने और अपनी शासकीय सेवा से इस्तीफा देने की चर्चा काफी समय से हो रही थी। इस साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं। माना जा रहा है कि चौधरी कांग्रेस के गढ़ खरसिया से बीजेपी उम्मीदवार हो सकते हैं। इस सीट से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल विधायक हैं। वहीं भाजपा चुनावी दांव खेलते हुए इस सीट से ओपी चौधरी जैसे एक चर्चित चेहरे को उतारने की पूरी कोशिश कर रही है। ओपी चौधरी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के करीबी माने जाते हैं, प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो ओपी चौधरी को जल्दी ही स्थानांतरित कर किसी अन्य इलाके में भेजा जा सकता है।
ओपी चौधरी को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में रायपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार भी बनाया जा सकता है। इस सीट पर रमेश बैस 7 बार से सांसद हैं।
कलेक्टर ओपी चौधरी के इस्तीफे के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि वो भाजपा की टिकट पर रायगढ़ जिले के खरसिया से कांग्रेस विधायक उमेश पटेल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर सकते हैं, वहीं भाजपा भी ओपी चौधरी को खरसिया से चुनाव लड़वाने की तैयारी में है। यह कांग्रेस की पारंपरिक सीट मानी जाती है।
Created On :   25 Aug 2018 2:08 PM IST