कश्मीर को बचाने के लिए बॉर्डर पार करने में भी नहीं हिचकेंगे जवान- राजनाथ सिंह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कश्मीर को कोई भी हमसे छीन नहीं सकता, जरूरत पड़ी तो हमारे जवान सीमा से बाहर निकलकर भी देश की रक्षा करेंगे। कश्मीर हमारा था, है और रहेगा। उन्होंने ये भी कहा कि "हम चाहते हैं कि पड़ोसियों से अपने रिश्ते बनाकर रखें। इस दौरान उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र भी किया। न्यूज 18 के एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने ये बात कही।
चुनाव जीतकर हाफिज संसद में बैठेगा
राजनाथ सिंह ने इस दौरान आतंकी हाफिज सईद को लेकर कहा, हम पाकिस्तान के साथ दोस्ती चाहते है लेकिन, पाकिस्तान इसके लिए इच्छुक नहीं है। पाकिस्तान ने हाफिज सईद को राजनीतिक संरक्षण दिया है। वह चुनाव जीतकर संसद में बैठेगा। कितने ही बेगुनाहों की हत्या करने वाले हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान पालता है। दोनों देशों के रिश्तों पर राजनाथ सिंह ने कहा, वाजपेयी कहा करते थे कि दोस्त बदल जाते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदलते। इसलिए अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखने चाहिए।
नक्सली घटनाओं में आई कमी
नक्सली घटनाओं को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा, इन घटनाओं में कमी आई है। नक्सलवाद हमारी आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने पिछली सरकारों का भी इस दौरान जिक्र किया। उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं कहना चाहूंगा कि जो भी कामयाबी हमें हासिल हुई है वह केवल हमारे प्रयासों से हुई है. पहले की सरकारों ने भी काम किए हैं।
सीमा में घुसकर मारा था PAK सैनिकों को
बता दें कि भारतीय सेना ने कुछ दिन पहले पाकिस्तान की हद में घुसकर तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। भारतीय जवानों ने पुंछ के पास रावलाकोट सेक्टर में इस कार्रवाई को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के जवान बॉर्डर के उस पार चले गए थे। दरअसल, सेना एलओसी पार जाकर आईडी प्लांट कर रही थी। इसी दौरान पाकिस्तानी सैनिकों के साथ क्रॉस फायरिंग हुई। इस फायरिंग में भारतीय जवानों ने तीन पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया था।
इससे पहले भारतीय सेना ने 2016 में पाकिस्तान की सीमा में घुसकर उसे मुंहतोड़ जवाब दिया था। 28 और 29 सितंबर 2016 की रात को नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय जवानों ने सात आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। यह सेना की उन आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई थी, जो नियंत्रण रेखा के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की साजिश रच रहे थे।
Created On :   17 March 2018 9:47 PM IST