'हल्ला बोल लुंगी खोल'- संभल कर जनाब नहीं तो खुल जाएगी लुंगी

डिजिटल डेस्क, रांची। भारत में स्वच्छता को लेकर बीजेपी सरकार ने हल्ला बोल दिया है। हर राज्य में इस अभियान को बड़ी जिम्मेदारी के साथ निभाया जा रहा है। लोगों को सफाई के लिए जागरूक करने के लिए प्रशासन अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। जिससे लोग सफाई को महत्व दें और सफाई अभियान में योगदान दें। गौरतलब है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के का एक अजब फॉर्म्युला रांची के नगर निगम के कर्मचारियों ने अपनाया है। रांची में खुले में शौच करने वालों को ऐसी सजा दी जा रही है जो उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने जैसी है। दरअसल रविवार सुबह कर्मचारियों ने खुले में शौच करने वालों की जबरदस्ती लुंगी खोल दी और लुंगी तभी वापस की जब उन्होंने दोबारा खुले में शौच न करने की प्रतिज्ञा ले ली।
हल्ला बोल लुंगी खोल
रांची नगर निगम (आरएमसी) ने स्वच्छता के इस अभियान को "हल्ला बोल लुंगी खोल" अभियान नाम दिया है। जिसका उद्घाटन रविवार सुबह किया गया। इसका उद्देश्य शहर को खुले में शौच मुक्त बनाना है। नगर निगम निकाय ने 30 सितंबर तक इस उद्देश्य को पूरा करने का अंतिम दिन तय किया है। इस दौरान कई लोगों को प्रतिज्ञा दिलवाई गई। इस दौरान करीब 20 लोग जो खुले में शौच करते हुए पाए गए, उन पर 100 रुपए का जुर्माना भी लगाया गया।
लोगों को अहसास कराना कि खुले में शौच कितना शर्मनाक है
रांची नगर निगम के सिटी मैनेजर शशि प्रकाश ने बताया, "इस मुहिम के जरिए लोगों को यह महसूस कराया गया कि खुले में शौच कितना शर्मनाक है। खुले में शौच करने वाले जिन लोगों के घरों में शौचालय बने हैं उनसे वादा लिया गया है कि वह अपने घर का शौचालय ही इस्तेमाल करेंगे।" आरएमसी के इस कैंपेन का बचाव करते हुए शशि प्रकाश ने बताया कि लागों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए पैसे भी उपलब्ध कराए थे। कई लोगों के घरों में शौचालय बने थे लेकिन फिर भी वे खुले में ही शौच के लिए जाते थे। हमने जागरुकता अभियान चलाया और इस बार नियम तोड़ने वालों को सजा भी दी गई। प्रकाश ने कहा कि अब तक 40 वार्डों को खुले में शौच मुक्त बनाया जा चुका है जबकि अन्य पांच वार्डों में काम प्रगति पर है।
पहले भी दी चुकी है ऐसी सजा
प्रकाश ने यह भी कहा कि आगे ऐसे लोगों की आदत सुधारने के लिए और भी सख्त नियम बनाए जाएंगे। उनसे पानी की बोतल छीनने, उठक-बैठक लगाने या फिर शहर के दूर इलाके में छोड़कर पैदल घर भेजने की सजा भी दी जा सकती है। इस तरह के अभियान पूर्व में भी शहरों में चलाए जा चुके हैं जहां खुले में शौच की आदत सुधारने के लिए लोगों के साथ ऐसा सलूक किया गया।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ऐसे लोगों को पशुओं की गाड़ी में बैठाकर शहर से दूर छोड़ने की सजा दी गई। वहीं यूपी के बिजनौर में डीएम ने तीन टीमें बनवाई जिन्हें खुले में शौच करने वालों पर फ्लैशलाइट और सीटी के जरिए हटाने का निर्देश दिया गया।
Created On :   25 Sept 2017 9:53 AM IST