राजस्व सचिव हसमुख अधिया बने नए वित्त सचिव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्व सचिव हसमुख अधिया को नया वित्त सचिव बनाया गया है। उन्होंने अशोक लवासा की जगह ली है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बैठक में उनके नाम पर मुहर लगाई। अशोक लवासा के पिछले महीने रिटायरमेंट लेने की वजह से यह वित्त सचिव का पद खाली था। बता दें अधिया गुजरात कैडर के 1981 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनके नाम पर मुहर लगाई और डीओपीटी द्वारा इसका आदेश जारी किया गया। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी जानकारी में कहा गया कि कैबिनेट की नियुक्ति कमेटी ने वित्त सचिव के रूप में अधिया के नाम पर मुहर लगा दी है।
वित्त मंत्रालय के अतर्गत पांच विभाग- व्यय, आर्थिक मामले, वित्तीय सेवा, राजस्व और निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग आते हैं। परंपरा के अनुसार वित्त मंत्रालय में वरिष्ठतम सचिव को वित्त सचिव बनाया जाता है।
1984 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव कुमार वित्तीय सेवा सचिव हैं। वहीं अजय नारायण झा व्यय सचिव और नीरज कुमार गुप्ता निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन के सचिव हैं। दोनों 1982 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 1983 बैच के सुभाष चंद्र गर्ग आर्थिक मामलों के सचिव हैं।
उन्होंने जीएसटी पर भी कई सुझाव दिए हैं। अधिया ने कहा था कि, ‘छह महीने की अवधि के लिए हम जीएसटी पूर्व व्यवस्था में लौट रहे हैं। पुरानी व्यवस्था के तहत विनिर्माण निर्यातकों और निर्यात के लिए विनिर्माण करने वालों को कोई कर भुगतान नहीं करना होता था।
- तैयार वस्तुओं का निर्यात करने वालों को मामूली 0।10 प्रतिशत कर का भुगतान करना होगा क्योंकि वे खुद विनिर्माण नहीं करते हैं।
- जीएसटी के तहत तैयार वस्तुओं के निर्यातकों को पूरे कर का भुगतान करना होता है तथा इसके बाद वह रिफंड का दावा कर पाते हैं।
- हालांकि वे विभिन्न विनिर्माताओं से वस्तुओं का संग्रह भर करते हैं और उसका निर्यात करते हैं।
- कब तक निर्यातकों के रिफंड का मामला सुलझा लिया जाएगा, अधिया ने बताया था ‘इसे एक या दो महीने में सुलझा लिया जाएगा।’
Created On :   6 Nov 2017 9:08 PM IST