मध्य प्रदेश के DGP रहे ऋषि कुमार शुक्ला को CBI की कमान
- ऋषि कुमार शुक्ला को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का बेहद करीबी माना जाता है।
- मध्यप्रदेश के डीजीपी रहे ऋषि कुमार शुक्ला देश की प्रमुख जांच एजेंसी CBI के चीफ होंगे।
- ये पहला मौका है जब मध्यप्रदेश कैडर के किसी IPS को CBI चीफ बनने का मौका मिला है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के डीजीपी रहे ऋषि कुमार शुक्ला देश की प्रमुख जांच एजेंसी CBI के चीफ होंगे। वे 1983 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के अफसर हैं। ये पहला मौका है जब मध्य प्रदेश कैडर के किसी IPS को CBI चीफ बनने का मौका मिला है। यह भी संयोग है कि RAW और CBI दोनों के चीफ पहली मध्य प्रदेश कैडर के ही अफसर हैं। RAW चीफ मध्य प्रदेश कैडर के अनिल धसमाना हैं।
ऋषि कुमार शुक्ला को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का बेहद करीबी माना जाता है। दोनों IB में साथ काम कर चुके हैं। शुक्ला मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले हैं और वहीं के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से B.Com में ग्रेजुएट हैं। वे अभी तक मध्य प्रदेश के डीजीपी थे और चार दिन पहले ही उन्हें कमलनाथ सरकार ने पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन का चेयरमैन बनाया था। कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमिटी ने शनिवार को उनके नाम पर मुहर लगाई। उन्हें 2 साल के लिए CBI डायरेक्टर पद पर नियुक्त किया गया है।
The Appointments Committee of the Cabinet has approved the appointment of IPS Rishi Kumar Shukla as the new CBI Director for a period of two years from the date of assumption of charge of the office. https://t.co/o7vVFbkPBb
— ANI (@ANI) February 2, 2019
CBI के नए डायरेक्टर के चयन को लेकर शुक्रवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली चयन समिति की बैठक हुई थी। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि पहली बैठक की तरह ये बैठक भी बेनतीजा ही रही। बैठक में CBI डायरेक्टर के नाम पर सहमति नहीं बन पाने की खबरें थी। लेकिन आज (शनिवार) कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमिटी ने CBI चीफ के लिए ऋषि कुमार शुक्ला के नाम का ऐलान कर दिया। बता दें कि अभी नागेश्वर राव CBI के अंतरिम डायरेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं।
CBI प्रमुख का पद आलोक वर्मा का ट्रांसफर करने के बाद 10 जनवरी से खाली पड़ा हुआ था। CBI डायरेक्टर के पद के लिए 12-18 अधिकारियों को शॉर्टलिस्ट किये जाने की खबर थी। इन अधिकारियों में 1983 बैच से 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी शामिल थे। गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा, बीएसएफ के महानिदेशक रजनीकांत मिश्रा, सीआईएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन, एनआईए के डीजी वाईसी मोदी और मुंबई पुलिस आयुक्त सुबोध जायसवाल के नाम इस दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे।
बता दें कि 10 जनवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाई-पावर सेलेक्शन कमेटी ने आलोक वर्मा को CBI डायरेक्टर के पद से हटा दिया था। पैनल ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) रिपोर्ट में वर्मा के खिलाफ लगाए गए 8 आरोपों पर गंभीरता से विचार किया था। समिति ने महसूस किया था कि इस मामले की आपराधिक जांच सहित एक विस्तृत जांच आवश्यक है, ऐसे में वर्मा का CBI डायरेक्टर बने रहना ठीक नहीं है।
बैठक में मौजूद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे वर्मा को हटाए जाने के पक्ष में नहीं थे। उन्होंने CVC की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि CVC विश्वसनीय नहीं है। खड़गे का कहना था कि आलोक वर्मा पर लगे भष्टाचार के आरोपों की अलग से जांच होना चाहिए। हालांकि 2-1 के बहुमत से आलोक वर्मा को पद से हटा दिया गया था। तीन सदस्यीय इस पैनल में खड़गे के अलावा पीएम मोदी और जस्टिस एके सीकरी शामिल थे। इस पैनल की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की थी।
ऋषि कुमार शुक्ला के बारे में कहा जाता है वे टेनिस खेलना बेहद पसंद करते हैं। वे ज्योतिष के भी बड़े जानकार माने जाते हैं।
Created On :   2 Feb 2019 5:33 PM IST