मनी लांड्रिंग केस : ED ने 8 घंटे तक रॉबर्ट वाड्रा से की पूछताछ
- 10 घंटे तक चली थी पिछली पूछताछ
- पहले भी पूछताछ कर चुकी है ईडी की टीम
- लंदन में प्रॉपर्टी के खरीद-फरोख्त का मामला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को तीसरी बार पूछताछ की। ईडी के अधिकारियों ने उनसे करीब 8 घंटे तक कई सवाल पूछे। वाड्रा 11 बजे के करीब ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। 2 घंटे के ब्रेक के बाद दोपहर 3 बजे से रात 08.30 बजे तक एक बार फिर उनसे पूछताछ की गई। इससे पहले ईडी 6 और 7 फरवरी को वाड्रा से 15 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है।
जानकारी के मुताबिक ईडी ने पूछा कि उन्होंने भारतीय संपत्तियां किस पैसे से खरीदीं। ईडी ने कागजात दिखाकर रॉबर्ट वाड्रा से पूछा की क्या आपने फ्रांस का एयर टिकट संजय भंडारी से बुक करवाया था। इसके जवाब में वाड्रा ने कहा कि इस बात को इतना समय बीत चुका है कि उन्हें कुछ ध्यान नहीं है।
ईडी ने वाड्रा से पूछा कि देश में आपके कितने मकान, कितने फ्लैट और कितनी जमीन है, किन लोगों के साथ आपने सौदे किए हैं। अब तक की गई पूछताछ में वाड्रा पर विदेश में संपत्ति खऱीदने का मामला सासबित नहीं हो पया है। मनी लांड्रिंग केस में भी अब तक मामला दर्ज नहीं किया गया है।
यह है मामला
मनी लॉन्ड्रिंग का यह केस 19 लाख पाउंड (करीब 17 करोड़ रुपये) की लंदन स्थित एक प्रॉपर्टी की खरीदारी से जुड़ा हुआ है। लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वेयर में यह प्रॉपर्टी स्थित है। ED के अनुसार, इस प्रॉपर्टी को सबसे पहले संजय भंडारी ने 19 लाख पाउंड में खरीदा था। इसके रिनोवेशन पर 65,900 पाउंड खर्च करने के बाद इसे 2010 में फिर से 19 लाख पाउंड में ही बेच दिया गया। इस बार खरीददार रॉबर्ट वाड्रा थे। ED का दावा है कि भंडारी कभी भी प्रापर्टी का वास्तविक मालिक नहीं था, वास्तविक मालिक पहले भी वाड्रा ही थे। भंडारी को बीच में बस फायदे के लिए इस्तेमाल किया गया था। ED ने यह भी आरोप है कि वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के कर्मचारी अरोड़ा की भी इस सौदे में महत्वपूर्ण भूमिका थी। ED का कहना है कि अरोड़ा ने इस सौदे के लिए पैसों की व्यवस्था की थी।
Created On :   9 Feb 2019 11:33 AM IST