RSS कार्यक्रम : माया-ममता और दिग्गी को मिला न्योता, राहुल पर सस्पेंस
- RSS ने अब तक राहुल गांधी को न्योता नहीं भेजा है।
- इस कार्यक्रम में संघ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह
- अखिलेश यादव
- मायावती और ममता बनर्जी को आमंत्रित किया है।
- दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का तीन दिवसीय कार्यक्रम होने वाला है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का तीन दिवसीय कार्यक्रम होने वाला है। इस कार्यक्रम में संघ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, अखिलेश यादव, मायावती और ममता बनर्जी को आमंत्रित किया है। हालांकि अब तक कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के आमंत्रण पर सस्पेंस बना हुआ है। RSS ने अब तक राहुल को न्योता नहीं भेजा है। इससे पहले आई खबरों में कहा जा रहा था कि RSS इस कार्यक्रम में राहुल गांधी और लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी को निमंत्रण भेजने की तैयारी कर रहा है।
मोहन भागवत करेंगे कार्यक्रम को संबोधित
RSS का ये कार्यक्रम 17 से 19 सितंबर तक चलेगा। देश के प्रबुद्ध नागरिकों से RSS प्रमुख मोहन भागवत दिल्ली के विज्ञान भवन में "भविष्य का भारत- RSS का दृष्टिकोण" विषय पर संवाद करेंगे। जानकारी के मुताबिक आरएसएस ने एआईडीएमके, डीएमके, बीजेडी और टीडीपी समेत देश की 40 राजनीतिक दलों के मुखिया को निमंत्रण भेजा है। बताया जा रहा है कि कई मुस्लिम धर्मगुरुओं को भी निमंत्रण भेजा गया है।
राहुल के बयान पर हुआ था बवाल
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी पिछले कुछ समय से लगातार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) को निशाने पर लेते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने RSS की तुलना सुन्नी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से भी की थी। राहुल गांधी ब्रिटेन में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटिजिक स्टडीज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने RSS की तुलना सुन्नी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की। राहुल ने तुलना करते हुए कहा कि अरब दुनिया के मुस्लिम ब्रदरहुड के विचार और RSS के विचारों में एक समानता है। RSS भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश कर रहा है, जो कि काफी खतरनाक है।
राहुल गांधी को जानकारी का अभाव
जब राहुल गांधी के मुस्लिम ब्रदरहुड वाले बयान पर संघ के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा था, "जो अभी भारत को नहीं समझा वह संघ को नहीं समझ सकता, जानकारी के अभाव में वह ऐसी तुलना कर रहे हैं।" राहुल के इस बयान के सामने आने के बाद बीजेपी ने भी राहुल गांधी से पूछा था कि क्या उन्होंने भारत के खिलाफ सुपारी ली है? बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था, क्या हिंदुस्तान पर राज किसी आतंकवादी संगठन का है? क्या हिंदुस्तान के लोगों की सोच किसी आतंकवादी के प्रति थी?
प्रणब मुखर्जी भी हो चुके हैं कार्यक्रम में शामिल
इससे पहले, उद्योगपति रतन टाटा और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी RSS के कार्यक्रम में शामिल हो चुके हैं। नागपुर में आयोजित RSS के कार्यक्रम का मुखर्जी जून 2018 में हिस्सा बने थे, जबकि 24 अगस्त को मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में रतन टाटा शामिल हुए थे। हालांकि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी के जाने की खबरों के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन पर जमकर हमला किया था।
Created On :   14 Sept 2018 9:42 PM IST