राम मंदिर पर बोले भागवत, कहा- मंदिर के लिए कानून लाए सरकार
- नागपुर में RSS का विजयादशनी उत्सव
- नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी मुख्य अतिथि
- संघ प्रमुख मोहन भागवत ने की शस्त्र पूजा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नागपुर के रेशमीबाग ग्राउंड में विजयादशमी उत्सव मना रहा है। आज आरएसएस का 93वां स्थापना दिवस भी है। इस मौके पर नागपुर में स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया। इस बार दशहरा उत्सव में खास बात है कि नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की मौजूदगी, जो मुख्य अतिथि के रूप में उत्सव में शामिल हुए हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मशहूर गायक उस्ताद रशीद खान भी मौजूद हैं। संघ प्रमुख भागवत ने शस्त्र पूजा की।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) आज विजयादशमी उत्सव के कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मोहन भागवत ने कई बड़े बयान दिए। उन्होंने राम मंदिर मुद्दे को लेकर कहा, राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं, बल्कि पूरे देश के हैं। मंदिर किसी भी मार्ग से बने लेकिन श्रीराम का मंदिर बनना चाहिए। सरकार को इसके लिए कानून लाना चाहिए। लोग कहते हैं कि इनकी सत्ता है फिर भी मंदिर क्यों नहीं बना, वोटर सिर्फ एक ही दिन का राजा रहता है। मतदाता को सोच विचार कर अपने वोट का इस्तेमाल करना चाहिए, वरना एक दिन के कारण 5 साल तक भुगतना पड़ता है। उन्होंने कहा, भारत अगर पंचामृत के मंत्र पर आगे बढ़ेगा तो एक बार फिर विश्वगुरू बन सकता है। एक भयानक आंधी बाबर के रूप में आई और उसने हमारे देश के हिंदू-मुसलमानों को नहीं बख्शा। उसके नीचे समाज रौंदा जाने लगा।
सबरीमाला के मुद्दे पर भागवत ने कहा...
सबरीमाला मंदिर के मुद्दे पर मोहन भागवत ने कहा, सबरीमाला के निर्णय का उद्देश्य स्त्री-पुरुष समानता का था, लेकिन क्या हुआ। इतने वर्षों से परंपरा चल रही है वह टूट गई, जिन्होंने याचिका डाली वो कभी मंदिर नहीं गए, जो महिलाएं आंदोलन कर रही हैं वो आस्था को मानती हैं। धर्म के मुद्दे पर धर्माचार्यों से बात होनी चाहिए, वो बदलाव की बात को समझते हैं। महिलाएं ही इस परंपरा को मानती हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई।
पाकिस्तान पर भागवत ने कहा...
मोहन भागवत ने कहा कि पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन हुआ लेकिन उसकी हरकतों में कोई अंतर नहीं आया। हमें इतना मजबूत होना पड़ेगा ताकि कोई हमारे ऊपर पाकिस्तान जैसे आतंकी देश आक्रमण करने की हिम्मत ना कर पाए। हमें पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना होगा। हाल के वर्षों में दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हमने अपना देश सरकार को नहीं सौंपा है, देश हमारा ही है।
— RSS (@RSSorg) October 18, 2018
LIVE UPDATES
- अपनी सेना तथा रक्षक बलों का नीति धैर्य बढ़ाना, उनको साधन-सम्पन्न बनाना, नई तकनीक उपलब्ध कराना आदि बातों का प्रारम्भ होकर उनकी गति बढ़ रही है। दुनिया के देशों में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ने का यह भी एक कारण है - डॉ. मोहन भागवत
- अनुसूचित जाति व जनजाति वर्गों के लिए बनी हुई योजनाएं, उपयोजनाएं व कई प्रकार के प्रावधान समय पर तथा ठीक से लागू करना इस बारे में केन्द्र व राज्य शासनों को अधिक तत्परता व संवेदना का परिचय देने की व अधिक पारदर्शिता बरतने की आवश्यकता है - डॉ. मोहन भागवत
- दृढ़ता से वन प्रदेशों में अथवा अन्य सुदूर क्षेत्रों में दबाये गये हिंसात्मक गतिविधियों के कर्ता-धर्ता व पृष्ठपोषण करने वाले अब शहरी माओवाद (Urban Naxalism) के पुरोधा बनकर राष्ट्रविरोधी आन्दोलनों में अग्रपंक्ति में दिखाई देते हैं - डॉ. मोहन भागवत
- मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के युवा मित्रों से प्रार्थना करता हूंं कि वे भारत के वर्तमान और भविष्य को बचाने में अगुवाई करें - कैलाश सत्यार्थी
- आपने मुझे अपने स्थापना दिवस पर यहाँ आमंत्रित करके भारत के ही नहीं, बल्कि विश्व के करोड़ों वंचित और शोषित बच्चों की तरफ सम्मान, प्रेम और करुणा का हाथ बढाया है। मैं उन सबकी तरफ से आपका ह्रदय से आभारी हूं - कैलाश सत्यार्थी
- विजयादशमी पर्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई – कैलाश जी सत्यार्थी
- नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद
- संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजा की
- सुबह 7.40 बजे से विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम की शुरुआत
Created On :   18 Oct 2018 8:58 AM IST