मुस्लिम लॉ बोर्ड से निकाले गए नदवी बोले- मैं एकता की बात करता हूं, वे दंगे की बात करते हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या मसले को सुलझाने का फॉर्मूला बताने पर AIMPLB से निकाले गए सलमान नदवी का बयान सामने आया है। सलमान नदवी ने कहा है कि देश में अच्छा माहौल बना रहे ये बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि मैंने खुद AIMPLB छोड़ा है। वो हार्ड लाइनर है लेकिन हम सुलह समझौते से इस मुद्दे का हल चाहते है। गौरतलब है कि मौलाना नदवी ने कुछ दिन पहले आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर के साथ बेंगलुरु में बैठक के बाद अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए फॉर्मूला दिया था। उन्होंने विवादित स्थल पर मंदिर और किसी और जगह मस्जिद बनाने का रास्ता सुझाया था।
मैं उन लोगों के साथ जो भाई चारा चाहते है
AIMPLB से बाहर किए जाने के बाद नदवी ने कहा, "मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की पहली बैठक के बाद मैंने खुद इससे अलग होने का फैसला किया है।" सलमान नदवी के कहा "मैंने ऐलान किया कि मैं उन लोगों के साथ नहीं हूं लड़ाई और दंगा चाहते हैं बल्कि मैं उन लोगों के साथ हूं जो भाईचारा चाहते हैं और साथ ही यह भी चाहते हैं कि बातचीत से इस मसले को हल कर दिया जाए।
शरियत में मस्जिद को शिफ्ट करने का प्रावधान
उन्होंने आगे कहा, "शरियत में मस्जिद को शिफ्ट करने का प्रावधान है, मैं हिंदू-मुस्लिम एकता और उस मुद्दे को सुलझाने की बात कर रहा हूं, मैं अयोध्या में साधुओं से भी मुलाकात कर इस मसले पर चर्चा करूंगा " नदवी ने कहा कि वह खुद 20 फरवरी को अयोध्या जाएंगे। राम मंदिर और बाबरी मस्जिद के विषय के कोर्ट द्वारा समाधान पर उन्होंने कहा कि कोर्ट से केवल हार-जीत ही तय होगी, लेकिन असल समाधान नहीं होगा।
खिलाफ गए नदवी इसलिए निकाला
इससे पहले हैदराबाद में AIMPLB की बैठक के बाद पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कासिम इलयास ने मौलाना नदवी को निकाले जाने की जानकारी देते हुए कहा, "समिति ने ऐलान किया कि AIMPLB अपने पुराने रुख पर कायम रहेगा कि मस्जिद को न तो गिफ्ट किया जा सकता है, न बेचा जा सकता है और न शिफ्ट किया जा सकता है। क्योंकि सलमान नदवी इस एकमत रुख के खिलाफ गए, इसलिए उनको बोर्ड से निकाला जाता है।"
वहीं बोर्ड के प्रवक्ता कमाल फारूखी ने मीडिया को बताया कि, "बाबरी मस्जिद में इस्लाम को मानने वालों की पूरी आस्था है, मुस्लिम उस स्थान को नहीं छोड़ेंगे और ना ही वहां से मस्जिद को कहीं शिफ्ट किया जाना उन्हें स्वीकार है। बाबरी मस्जिद मस्जिद है और वह अनंतकाल तक मस्जिद ही रहेगी, उसको गिरा देने से उसकी पहचान नहीं खत्म हो जाएगी। "
Created On :   11 Feb 2018 8:44 PM IST