राष्ट्रपिता की हत्या की नए सिरे से जांच की सुनवाई 4 हफ्तों के लिए टली

SC will hearing gandhi assassination case on after 4 week
राष्ट्रपिता की हत्या की नए सिरे से जांच की सुनवाई 4 हफ्तों के लिए टली
राष्ट्रपिता की हत्या की नए सिरे से जांच की सुनवाई 4 हफ्तों के लिए टली

डिजिटल डेस्क,दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या की नए सिरे से जांच मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 4 हफ्तों के लिए टाल दी गई है। कोर्ट की तरफ से नियुक्त एमिक्स क्यूरी अमरेंद्र शरण ने जवाब के लिए समय की मांग की है। जिसके बाद सुनवाई 4 हफ्तों के लिए टाल दी है।

गौरतलब है कि याचिकाकर्ता और अभिनव भारत के संस्थापक पंकज फडनवीस का कहना था कि इस गांधी जी की हत्या के पीछे एक दूसरे संगठन का हाथ था और सुप्रीम कोर्ट को मामले की छानबीन करनी चाहिए। पंकज फडनवीस की तरफ से दायर याचिका में दावा किया गया है महात्मा गांधी पर 4 गोलियां चलाई गई थीं और चौथी गोली ने ही महात्मा गांधी की जान ली थी। इससे पहले प्रिवी काउंसिल ने 1949 में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को जांच करनी चाहिए, लेकिन इसी दौरान दो लोगों को फांसी दे दी गई। 

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क्या है अभिनव भारत

अभिनव भारत ट्रस्ट की स्थापना 2001 में की गई थी।  ट्रस्ट की स्थापना वीर सावरकर से प्रेरित होकर की गई थी। कहा जाता है कि वीर सावरकर और गांधी जी की कभी भी आपस में नहीं बनी। साथ ही सावरकर अखण्ड भारत के पक्ष में भी थे। उन्हें कट्टर हिंदूवादी के रूप में भी जाना जाता था। इसी वजह से उन पर गांधी की हत्या में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं। 

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बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दो हत्यारों को 15 नवंबर 1949 को फांसी पर लटका दिया था। इसके साथ ही विनायक दामोदर सावरकर को सबूतों के अभाव के कारण संदेह के घेरे में रखा गया था। इसके साथ ही गांधी जी पर 4 गोलियां चलाने का दावा किया जाता है। तीन गोलियां नाथूराम गोडसे ने चलाई थी, वहीं चौथी गोली किसने चलाई इसे लेकर संशय है। इसी को सुलझाने के लिए 1966 में जस्टिस जे एल कपूर ज्यूडिशियल कमीशन भी गठित किया गया था, लेकिन यह कमीशन भी हत्या की गुत्थी सुलझाने में कामयाब नहीं रहा।

Created On :   30 Oct 2017 11:50 AM IST

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