लालू यादव, जीतन मांझी समेत 8 VVIP की सुरक्षा में कटौती

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की Z+ सिक्योरिटी हटा ली गई है। साथ ही बिहार के तीन बड़े नेताओं की सुरक्षा में कटौती की गई है। जिनमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी शामिल हैं। मांझी की सुरक्षा भी कम कर दी गई है। उनकी सुरक्षा में तैनात CRPF जवानों की संख्या कम कर दी गई है। इसके अलावा जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव समेत देश के कुल आठ वीवीआइपी नेताओं की सुरक्षा में कटौती की गई है।
लालू प्रसाद यादव और जीतनराम मांझी को "जेड प्लस" श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। दोनों को अब "जेड" श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। इनके अलावा केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर, जामा मस्जिद के शाही इमाम एमएसए बुखारी, लेफ्टीनेंट गवर्नर नजीब जंग, गुजरात से राज्यमंत्री हरिभाई पार्थी भाई चौधरी, दिल्ली के पूर्व और देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी की सुरक्षा में भी कटौती की है।
इससे पहले आरजेडी और जेडीयू समर्थित बिहार में सत्तारूढ़ थी, लेकिन लगातार घोटालों के आरोप झेल रही आरजेडी से नाता तोड़ बीजेपी का दामन थाम नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। लालू और उनके दोनों बेटे पिछले कई दिनों से केंद्र की NDA सरकार पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि इस कदम को उनके उग्र रवैया के उत्तर के तौर पर भी देखा जा रहा है।
बता दें, इसी साल जुलाई में केंद्र सरकार ने लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी को पटना एयरपोर्ट पर मिलने वाली विशेष सुविधा को समाप्त कर दिया था।
नीतीश के अलग होने के बाद से ही लालू और उनके दोनों बेटे बीजेपी और जेडीयू पर उग्र रुख अख्तियार किए हुए हैं। यहां तक कि बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बुधवार को एक मंच से उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को धमकाते हुए कहा था कि वह उन्हें घर में घुस कर मारेंगे। उनका कहना था, ‘हम डरते नहीं है, हम सुशील मोदी के घर में घुस के उनको मारेंगे। तेज प्रताप ने शादी में तोड़फोड़ की भी धमकी दी थी।
Created On :   26 Nov 2017 11:00 PM IST