शाह ने गडकरी और भागवत से की खास मुलाकात, पूर्वोत्तर राज्यों में जीत पर जताई खुशी

Shah reached headquarters of party on second day of victory in North-East
शाह ने गडकरी और भागवत से की खास मुलाकात, पूर्वोत्तर राज्यों में जीत पर जताई खुशी
शाह ने गडकरी और भागवत से की खास मुलाकात, पूर्वोत्तर राज्यों में जीत पर जताई खुशी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पूर्वोत्तर राज्यों में जीत के दूसरे दिन भाजपाध्यक्ष अमित शाह संघ मुख्यालय पहुंचे। जीत की खुशियां उनके चेहरे पर साफ झलक रही थीं। उन्होंने संघ मुख्यालय में सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत समेत अन्य प्रमुख पदाधिकारियों से चर्चा की। भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से भी मिले। त्रिपुरा और नागालैंड के विधानसभा चुनाव में जीत को भाजपा ऐतिहासिक मानती है। इस जीत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि वाम विचारधारा से जुड़े दलों को पराजित करने के लिए संघ ने त्रिपुरा और नागालैंड में जमीनी स्तर पर कार्य किया था। रविवार दोपहर में शाह विमानतल पर पहुंचे थे। शहर भाजपा की ओर से उनका स्वागत किया गया। उसके बाद वे रामनगर क्षेत्र में भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी के आवास पर पहुंचे। गडकरी ने भी पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया।

स्थानीय पदाधिकारियों को नहीं मिला प्रवेश
गडकरी के साथ उनके आवास पर भाेजन कर शाह सरकारी विश्रामगृह रविभवन पहुंचे। वहां स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। बाद में 3 बजे महल क्षेत्र स्थित संघ मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान संवाद माध्यम के प्रतिनिधियों ने उनसे चर्चा का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने चर्चा नहीं की। संघ मुख्यालय में वे अकेले ही पहुंचे। राज्यसभा सदस्य अजय संचेती उनके साथ थे। लेकिन उन्हें मुख्यालय से वापस आना पड़ा। सूत्र के अनुसार मुख्यालय में संघ के सभी प्रमुख पदाधिकारी थे। चर्चा का विषय महत्वपूर्ण होने के कारण स्थानीय पदाधिकारियों को वहां प्रवेश नहीं दिया गया।

क्या हो सकती है चर्चा
सरसंघचालक के साथ भाजपाध्यक्ष की चर्चा बंद कक्ष में हो रही है। लिहाजा यह बताया नहीं जा सकता है कि चर्चा किन विषयों पर हुई। फिर भी राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा की जीत व अगले सप्ताह नागपुर में ही हो रही संघ के प्रतिनिधि सभा के बारे में चर्चा हुई होगी। शाह सरसंघचालक को त्रिपुरा व नागालैंड के चुनाव में पार्टी के परफारमंस की रिपोर्ट दे सकते हैं। साथ ही भाजपा में संगठनात्मक बदलाव के विषय पर भी चर्चा हो सकती है। त्रिपुरा व नागालैंड में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी चर्चा हो सकती है। इसके अलावा मेघालय में कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने के बारे में ठोस बातचीत की जा सकती है। गौरतलब है कि त्रिपुरा व नागालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत मिला है। मेघालय में त्रिशंकु जनादेश मिला है।

भाजपा में संगठनात्मक बदलाव
भाजपा में संगठनात्मक बदलाव के बारे में भी प्रमुखता से चर्चा हो सकती है। 9 मार्च से 11 मार्च तक नागपुर में ही संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक होनेवाली है। इस सभा में देश भर से संघ के 1500 प्रतिनिधि शामिल होंगे। संघ में सरसंघचालक को छोड़कर शेष पदों के लिए 3 वर्ष में चुनाव होता है। प्रतिनिधि सभा की बैठक इसी चुनाव के लिए ली जा रही है। संघ में सरकार्यवाह बदलने की चर्चा चल रही है। सरकार्यवाह को आम संगठनों के लिहाज से महासचिव भी कहा जा सकता है। संघ के नीतिगत मामलों में सरकार्यवाह की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है। इस पद पर 2009 से सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी काम कर रहे है। उनके स्थान पर दत्तात्रेय होसबले को नियुक्त करने की चर्चा 2015 के चुनाव में भी चल रही थी।

कहते हैं कि होसबले संघ व भाजपा में समन्वय के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपाध्यक्ष अमित शाह के लिए अधिक उपयुक्त साबित हो सकते हैं। लिहाजा सरकार्यवाह पद को लेकर संघ पदाधिकारियों से भाजपाध्यक्ष की चर्चा हो सकती है। इसके अलावा भाजपा में संगठनात्मक जिम्मेदारी संभाल रहे संघ के कुछ पदाधिकारियों को फेरबदल करने का भी विचार चल रहा है। भाजपा के संगठनमंत्री रामलाल को संघ में वापस लाया जा सकता है। साथ ही 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी की रणनीति के विषय पर भी चर्चा की जा सकती है। रविवार की शाम को ही श्री शाह दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे। 

Created On :   4 March 2018 5:03 PM IST

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