शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता खत्म

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा से सदस्यता समाप्त कर दी गई है। दोनों नेताओं ने जेडीयू पार्टी से बगावत की थी। जिसके बाद जेडीयू ने इस संबंध में राज्यसभा सचिवालय के पास शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दोनों नेताओं की सदस्यता समाप्त करने का फैसला लिया। इन नेताओं को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने संविधान की दसवीं अनुसूची के पैराग्राफ 2 (1) (a) के मुताबिक राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिया। इस बात की जानकारी जेडीयू के राज्यसभा में नेता आरसीपी सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट पर दी। आरसीपी सिंह ने फेसबुक पर लिखा कि जेडीयू के लिए यह बहुत बड़ी जीत है। इसके लिए उन्होंने नीतीश कुमार को बधाई भी दी।
दरअसल जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने नवंबर में राज्यसभा के सभापति के सामने इन दोनों नेताओं के पार्टी विरोधी कामों के कारण उनकी सदस्यता को रद्द कराने का प्रस्ताव रखा था। 17 नवंबर को चुनाव आयोग ने नीतीश कुमार को पार्टी अध्यक्ष मानते हुए उन्हें पार्टी का चुनाव चिन्ह "तीर" रखने का निर्देश दिया था। इसके बाद ही माना जा रहा था कि इन दोनों नेताओं को अपनी सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है। जेडीयू ने अगस्त में शरद यादव को राज्यसभा में जेडीयू के नेता के पद से हटा दिया गया था। जेडीयू के महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद से ही शरद यादव बागी तेवर अपनाए हुए थे। इसी दौरान शरद यादव गुट ने दो बार चुनाव आयोग में भी अर्जी दायर की और अपने गुट को असली जेडीयू के रूप में मान्यता देने की मांग की लेकिन दोनों ही बार चुनाव आयोग ने शरद यादव गुट की मांग को ठुकरा दिया और नीतीश कुमार गुट को ही असली जेडीयू के रूप में मान्यता बरकरार रखी। बता दें कि शरद को राज्यसभा में जेडीयू के नेता पद से हटाने के बाद आरसीपी सिंह को राज्यसभा में जेडीयू का नेता बनाया गया था।
Created On :   4 Dec 2017 11:48 PM IST