सीरिया बयान पर ओवैसी और श्री श्री रविशंकर के बीच तेज हुई बयानबाजी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आध्यात्मिक धर्म गुरु और आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के राम मंदिर मुद्दे पर दिए गए सीरिया जैसी स्थिति बनाने वाले बयान पर बहसबाजी जोर पकड़ रही है। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि श्री श्री का इस देश के संविधान में कोई विश्वास नहीं है। बता दें कि सोमवार को एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान रविशंकर ने कहा था कि अगर अयोध्या में राम मंदिर बनाने में ज्यादा देरी की गई तो वहां सीरिया जैसे हालात उत्पन्न हो जाएंगे। उसके बाद श्री श्री के इस बयान पर सोशल मीडिया से लेकर हर तरह की मीडिया में जोरदार हंगामा हुआ था।
श्री श्री ने ओवैसी को बताया मूर्ख
अब उनके इसी बयान को लेकर ओवैसी ने उन्हें आड़े हाथों लेते हए यह बयान दे डाला है। ओवैसी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा है, "श्री श्री को संविधान पर विश्वास नहीं है, वह देश के कानून में विश्वास नहीं रहते हैं। उनका मानना है कि वह खुद कानून हैं। उन्हें लगता है कि वह इतने बड़े हो गए हैं कि सब लोग उनकी बात सुनेंगे। वह तटस्थ नहीं है।" इसके बाद जब श्री श्री से ओवैसी के इस बयान पर प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने इस मुद्दे पर बात करने से इनकार कर दिया। रविशंकर ने कहा, "मैं ओवैसी जैसे मूर्खों के बयान पर कुछ नहीं कहना चाहूंगा। हालंकि उन्होंने अपने सीरिया वाले बयान पर बोलते हुए कहा कि उसे धमकी ना समझा जाए, वो बस एहतियात के तौर पर कही हुई बात है।
ओवैसी का पलटवार, हिंसा के लिए उकसा रहे हैं रविशंकर
श्री श्री ने बरेली में पत्रकारों से बात चीत के दौरान कहा, "मैं सपने में भी नहीं सोच सकता कि मैं किसी को धमकी दूं। जो हमने कहा कि हमारे देश में ऐसी हिंसा नहीं होनी चाहिए जैसी कि मिडिल-ईस्ट राष्ट्रों में हुई, इससे हमें डर लगता है।" वहीं रविशंकर के इस बयान पर ओवैसी ने जवाब देते हुए कहा, "श्री श्री रविशंकर लोगों को हिंसा करने के लिए उकसा रहे हैं। वह चाहते हैं कि 1990 जैसे माहौल देश में फिर से पैदा हों। उनके इस तरह के बयान देने के कारण उन पर केस दर्ज होना चाहिए, और उन्हें जेल में भी बंद किया जाना चाहिए।" बता दें कि आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर इन दिनों कोर्ट से बाहर अयोध्या विवाद का हल तलाशने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
Created On :   6 March 2018 6:38 PM IST