उपचुनाव के नतीजों ने बढ़ाई भाजपा की चिंता- शिवसेना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश और बिहार में BJP को मिली पराजय के बाद उसके सहयोगी दल भी अंदरखाने खुश हैं। नतीजे आने के बाद शिवसेना ने तो BJP पर निशाना साधते हुए उसे नसीहत दी कि उसे ऊंची उड़ान भरना बंद करना चाहिए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मैं यह नहीं मानता कि उत्तरप्रदेश में SP-BSP गठबंधन ने काम किया है। मैं यह मानता हूं कि प्रभु श्री राम की सबसे ज्यादा निंदा करने वाले नेता के लिए आपने जिस तरह लाल कालीन बिछाया, उसी दिन प्रभु श्रीराम भी आपके खिलाफ हो गए। सूत्र बताते हैं कि BJP नेतृत्व के तानाशाहीपूर्ण रवैए से आजिज शिराेमणि अकाली दल और रालोसपा जैसे साथी दल भी उपचुनाव के नतीजों से प्रसन्न हैं। तो केन्द्रीय मंत्रिमंडल से हट चुकी तेलूगुदेशम का अब राजग से नाता तोड़ना बस औपचारिकता भर है।
पूर्वोत्तर राज्यों में मिली शानदार जीत का जश्न फीका
उत्तरप्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजों ने BJP को पूर्वोत्तर राज्यों में मिली शानदार जीत का जश्न फीका कर दिया है। उपचुनाव में BJP को मिली करारी हार के बाद यह तय हो गया है कि सपा और-BSP के बीच दोस्ती की गांठ भविष्य में ज्यादा मजबूत होगी और इससे BJP की मुश्किलें बढ़ेगी। ऐसे में BJP शीर्ष नेतृत्व को अब अपनी सियासी व्यूहरचना बदलने को मजबूर होना पड़ेगा।
BJP पर अब बढ़ेगा सहयोगी दलों का भी दबाव
वैसे फूलपुर सीट को लेकर BJP पहले से आशंकित थी, परंतु अपनी परंपरागत सीट गोरखपुर में मिली हार से वह सन्न है। इस हार से पार्टी को इसलिए ज्यादा सदमा लगा है कि ये दोनांे सीटें मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की थी। इसके साथ ही BJP को बिहार की अररिया लोकसभा सीट पर भी मुंहकी खानी पड़ी है। इस हार के बाद BJP के रणनीतिकारों की पेशानी पर यह साेंचकर बल पड़ गए हैं कि सियासी रूप से दो सबसे अहम प्रांत उत्तरप्रदेश और बिहार में यदि यही रूझान कायम रहे तो पार्टी के लिए वर्ष 2019 की जंग जीतना मुश्किल हो जाएगा। इसके बाद BJP के खिलाफ न केवल विपक्षी पार्टियों की गोलबंदी बढ़ेगी बल्कि BJP के सहयोगी दल भी आंखे तरेरने लगेंगे।
Created On :   14 March 2018 9:43 PM IST