CM के आदेश पर राजकीय सम्मान से हुआ था श्रीदेवी का अंतिम संस्कार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री पद्मश्री अम्मा यंगर अय्यपन उर्फ श्रीदेवी की मौत के बाद उन्हें मुंबई में उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किए जाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने निर्देश दिया था। नियमानुसार अंतिम संस्कार के वक्त राजकीय सम्मान देने बाबत फैसला लेने का अधिकार मुख्यमंत्री के पास होता है। बता दें कि MNS अध्यक्ष राज ठाकरे ने श्रीदेवी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किए जाने की आलोचना की थी। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा कि किस-किस व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए राजकीय सम्मान दिए जाने का प्रावधान है। जवाब में सामान्य प्रशासन विभाग के जन सूचना अधिकारी ने बताया है कि इस संबंध में निर्णय का अधिकार मुख्यमंत्री के पास होता है। मुख्यमंत्री के आदेशानुसार श्रीदेवी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया था। आरटीआई में यह भी बताया गया है कि मंत्रालय में आग लगने की वजह से रिकार्ड नष्ट हो चुके हैं, इस लिए महाराष्ट्र राज्य की स्थापना से अब तक अंतिम संस्कार के के वक्त राजकिय सम्मान पाने वालों की पूरी सूची उपलब्ध नहीं है। 22 जून 2012 से 26 मार्च 2018 तक महाराष्ट्र में 40 व्यक्तियों की राजकीय सम्मान से अंत्यविधि हुई हैं।
अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करने का कोई नियम नहीं
गलगली के अनुसार पद्मश्री सम्मान व्यक्ति का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से किए जाने का कोई नियम नहीं है। इस बारे में फैसला लेने का अधिकार मुख्यमंत्री के पास होता है। 2012 से अब तक जिन लोगों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया, उनमें-श्रीदेवी के अलावा पूर्व सांसद श्रीमती मृणाल गोरे, पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, पूर्व मंत्री प्रभाकर कुंटे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कृष्णराव देसाई ऊर्फ बाबासाहेब कुपेकर, पूर्व राज्यमंत्री शंकरराव देवराम काले, शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे, पूर्व मंत्री लक्ष्मण रंगनाथ हातणकर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शंकरराव जगताप, पूर्व सांसद दिनकर बालू पाटील, सहकार महर्षी छत्रपाल उर्फ बाबासाहेब आनंदराव केदार, पूर्व नायाब राज्यपाल रजनी रॉय, विपश्यना गुरु सत्यनारायण गोएंका, पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहन धारिया, पूर्व मंत्री सुभाष झनक, बोहरा धर्मगुरु सय्यदना मोहम्मद बुऱ्हानुद्दीन, पूर्व विधायक दत्तात्रय नारायण पाटील, पूर्व मुख्यमंत्री एआर अंतुले, पूर्व उपमुख्यमंत्री आर.आर. पाटील, पूर्व मंत्री गोविंदराव वामनराव आदिक, राज्यपाल डॉ. सय्यद अहमद, पूर्व नायाब राज्यपाल रामभाऊ कापसे, पूर्व मंत्री मदन विश्वनाथ पाटील, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रमोदबाबू भाऊरावजी शेंडे, पूर्व सांसद शरद जोशी, सुप्रसिद्ध कवि मंगेश पाडगावकर, पूर्व मंत्री डॉ.दौलतराव आहेर, जैन इरिगेशन समुह के संस्थापक डॉ. भवरलाल जैन, पूर्व मंत्री निहाल मौलवी मो. उस्मान अहमद, पूर्व सांसद निवृत्त नामदेव ऊर्फ बापूसाहेब थिटे, पूर्व मंत्री बाबूराव महादेव भारस्कर, मातंग समाज नेता मनोहर ऊर्फ बाबासाहेब गोपले, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीमती जयवंतीबेन मेहता, पूर्व वित्तमंत्री मधुकरराव किंमतकर, विधानपरिषद के पूर्व सभापती वसंत डावखरे, विप के पूर्व सभापति प्रा. नारायण सदाशिव फरांदे, सांसद ॲड. चिंतामण वनगा, वरिष्ठ पत्रकार मुझफ्फर हुसेन, पद्मविभूषण डॉ. बी. के. गोयल व पूर्व मंत्री डॉ. पतंगराव कदम शामिल हैं।
Created On :   30 March 2018 5:25 PM IST