समलैंगिकता को सुब्रमण्यन स्वामी ने बताया अमेरिकन गेम, कहा- HIV फैलेगा, गे बार भी खुलेंगे
- सुब्रमण्यन स्वामी ने समलैंगिता पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उठाए सवाल
- स्वामी ने कहा
- 'यह अमेरिकन गेम है। अब जल्द ही भारत में भी गे बार खुल जाएंगे। HIV भी फैलेगा।'
- स्वामी ने समलैंगिकता को जेनेटिक डिसऑर्डर भी करार दिया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। समलैंगिकता के मामले में गुरुवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सुब्रमण्यन स्वामी ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने समलैंगिकता को अमेरिकन गेम बताते हुए कहा है कि समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर रखने के फैसले से आने वाले दिनों में बुरे परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इससे HIV जैसी बीमारियां फैलेंगी और भारत में भी अब गे बार खुल जाएंगे। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए भारत में दो वयस्कों के बीच सहमति से बनाए गए समलैंगिक संबंध को अपराध के दायरे से बाहर कर दिया है। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने धारा 377 को अतार्किक करार देते हुए कहा है कि LGBT (lesbian, gay, bisexual, transgender) समुदाय को भी अन्य नागरिकों की तरह जीने का हक है।
कोर्ट के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा, "यह अमेरिकन गेम है। अब जल्द ही भारत में भी गे बार खुल जाएंगे, जहां होमोसेक्सुअल की भीड़ होगी। HIV भी फैलेगा। इसके गंभीर परिणाम होंगे।" स्वामी इस फैसले को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर भी निशाना साधते दिखे। उन्होंने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि अगली सरकार जब आएगी तो 5 जजों की इस बेंच के फैसले को पलटने के लिए 7 जजों की संवैधानिक बेंच गठित करेगी।"
It is the American game. Soon there will be gay bars here where homosexuals can go. HIV will spread. So, after looking at the consequences I hope the next Govt will move a 7 judge bench to set aside this 5 judge bench order: Subramanian Swamy,BJP MP on #Section377 pic.twitter.com/htFxVXUlXz
— ANI (@ANI) September 6, 2018
स्वामी ने इसके साथ ही समलैंगिकता को जेनेटिक डिसऑर्डर भी करार दिया। उन्होंने कहा, "किसी एक व्यक्ति की पर्सनल लाइफ में क्या चल रहा है, इससे किसी दूसरे व्यक्ति को कोई मतलब नहीं होना चाहिए, लेकिन यह एक जेनेटिक डिसऑर्डर है। ठीक उसी तरह जैसे किसी की छह उंगलियां होती है। मेडिकल रिसर्च टीम को इस समस्या का पता लगाना चाहिए।"
Created On :   6 Sept 2018 8:58 PM IST