अस्पताल में अंधविश्वास का खेल, पुलिस बनी मूकदर्शक

Superstition sport in hospital, Police made mute spectator
अस्पताल में अंधविश्वास का खेल, पुलिस बनी मूकदर्शक
अस्पताल में अंधविश्वास का खेल, पुलिस बनी मूकदर्शक

डिजिटल डेस्क,सतना। आज के युग में भी लोगों में अंधविश्वास है इसकी बानगी देखने को मिली सतना के जिला अस्पताल में। जहां सांप के काटने से मृत किशोरी को जीवित करने के लिए तांत्रिक से झाड़फूंक कराई गई।

दरअसल 14 साल की पिंकी कोल को सोते समय सांप ने डंस लिया था। उसके शोर मचाने पर पास ही सो रही मां और आसपास के लोगों ने सांप को मारकर डिब्बे में बंद कर दिया। इसके बाद उसे बिहटा ले जाया गया जहां घंटों तक झाड़फूंक कराई गई। जब कोई नतीजा नहीं निकला तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया।

मर्चुरी में अंधविश्वास का खेल
इस बीच मुख्त्यारगंज निवासी तांत्रिक विष्णु मौर्या ने पिंकी को जीवित करने का दावा किया। तांत्रिक ने उसके घर वालों से सिंदूर, नारियल, चमेली का तेल व श्रंगार का सामान मंगाया और मर्चुरी में ही तंत्र साधना करने लगा। सामान आते ही पूरे शरीर में तेल लगाकर मंत्र पढ़ने लगा, कुछ देर बाद दो दीपक जलाकर किशोरी के परिजन को देकर पेड़ के पास रखने के लिए कहा फिर कुछ और समय बीतने पर सपेरों को बुलाने के लिए कहा। सपेरों ने मर्चुरी पहुंचकर सबसे पहले किशोरी की नब्ज टटोली और साफ कर दिया कि कोई भी ताकत इसे जीवित नहीं कर सकती, फिर भी तांत्रिक के कहने पर बीन बजाने लगे। काफी देर तक तांत्रिक अपनी साधना करता रहा। आखिर में उसने भी हार मान ली।

सबसे हैरानी की बात ये है कि अंधविश्वास का ये पूरा खेल अस्पताल के मर्चुरी हॉल में ही चलता रहा, लेकिन किसी भी डॉक्टर ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की। पुलिस भी हाथ पर हाथ बैठी रही। पुलिस का कहना था कि ऐसा करने से रोकने पर परिजन की भावनाएं आहत हो सकती है।

 

Created On :   25 July 2017 11:43 AM IST

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