सफल रहा पहला मेगा टीकाकरण शिविर का आयोजन, 19 सितंबर को होगा दूसरा शिविर आयोजित

Tamil Nadus second mega covid wax camp will be held on September 19
सफल रहा पहला मेगा टीकाकरण शिविर का आयोजन, 19 सितंबर को होगा दूसरा शिविर आयोजित
तमिलनाडु में वैक्सीन सफल रहा पहला मेगा टीकाकरण शिविर का आयोजन, 19 सितंबर को होगा दूसरा शिविर आयोजित
हाईलाइट
  • 19 सितंबर को होगा तमिलनाडु का दूसरा मेगा कोविड वैक्स कैंप

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। 12 सितंबर को आयोजित कोविड -19 के खिलाफ पहले मेगा टीकाकरण शिविर की सफलता के बाद, तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग 19 सितंबर को दूसरा टीकाकरण शिविर आयोजन करेगा। पहले शिविर में कुल 28.91 लाख लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया जो 20 लाख लोगों के लक्ष्य से काफी अधिक था। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि राज्य के पास 17 लाख टीकों का भंडार है और रविवार को होने वाले दूसरे मेगा कैंप के लिए और अधिक वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।

उन्होंने कहा कि राज्य 20 लाख टीकों के स्टॉक को प्राथमिकता देगा और कहा कि उसे उम्मीद है कि केंद्र अगले दो दिनों के भीतर पर्याप्त मात्रा में खुराक उपलब्ध कराएगा। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर में पात्र आबादी का टीकाकरण करने के लिए 40,000 बूथ स्थापित किए थे और अंतिम मेगा टीकाकरण शिविर को शानदार सफलता मिली। सुब्रमण्यम ने आईएएनएस को बताया कि अब तक, राज्य की 52 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक का टीका लगाया जा चुका है और शेष 48 प्रतिशत को अभी तक यह टीका नहीं मिला है। 12 सितंबर को मेगा टीकाकरण शिविर से पहले, अपनी पहली खुराक प्राप्त करने वाले लोगों का प्रतिशत 45 था और शिविर के बाद यह बढ़कर 52 हो गया है। यह सफलता अगले शिविर में दोहराए जाने की उम्मीद है। सभी आवश्यक जमीनी स्तर के काम को राज्य भर में टीकाकरण शिविरों के लिए शुरू किया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य ने परीक्षण किए जा रहे नमूनों की संख्या से कोई समझौता नहीं किया है और कहा कि राज्य कोविड -19 के लिए एक दिन में 1.5 लाख नमूनों का परीक्षण कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय से बुधवार को एक बयान में कहा गया है कि राज्य ने 4,33,981 गर्भवती महिलाओं का, 3,41,837 स्तनपान कराने वाली माताएं, 1,80,142 विकलांग लोग, 2,223 बेसहारा, और मानसिक बीमारी वाले 1,754 लोगों का टीकाकरण किया है। राज्य का स्वास्थ्य विभाग कॉमरेडिडिटी वाले लोगों का घर-घर जाकर सर्वेक्षण भी करेगा और इसके लिए स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यक्रम का समन्वय करेंगे और राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी बारीकी से निगरानी की जाएगी।

(आईएएनएस)

Created On :   16 Sep 2021 7:00 AM GMT

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