टाटा के हाथ जाने से पहले एयर इंडिया के पायलट में हड़कंप, एयरइंडिया को दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी, इस बात से बढ़ी नाराजगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के बाद किसी भी दिन एयर इंडिया की सुपुर्दगी टाटा संस को हो सकती है। याद दिला दें पिछले साल अक्टूबर में ही बोली जीतने के बाद टाटा संस एक बार फिर एयर इंडिया के संचालन के लिए तैयार है। अब तक सब कुछ स्मूथ चल रहा था। लेकिन अब एयर इंडिया के पायलट्स ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। मैनेजमेंट को पत्र लिख कर उन्होंने कुछ मांगे रखी हैं जिनके पूरा न होने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। पायलट्स का मानना है कि अगर एयर इंडिया ये मांगें पूरी नहीं करता तो इसका बोझ टाटा संस को भी उठाना पड़ सकता है।
ये हैं पायलट्स की मांगें
एयर इंडिया आधिकारिक रूप से टाटा संस के हाथ में जाए उससे पहले ही पायलटों ने पत्र लिखकर अपनी मांगे रखी हैं। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि वो बकाया चुकाने के कंपनी के प्रयासों की तो तारीफ करते हैं लेकिन जिस तरह से प्रक्रिया पूरी की जा रही है उससे वे निराश हैं। एयर इंडिया ने पायलटों को बकाया राशि देने से पहले कई तरह की कटौतियों करने का भी फैसला किया है। पायलटों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।
पायलटों का कहना है कि कटौती से पहले उन्हें उसके कारणों की जानकारी दी जानी चाहिए। इसे उन्होंने मैनेजमेंट की गलत मंशा भी करार दिया है। साथ ही इस प्रक्रिया को भी उन्होंने अवैध बताया है। पायलटों ने प्रबंधन को चेतावनी भी दी है कि पूरी प्रक्रिया को समय रहते नहीं सुलझाया गया तो वे कानून की शरण लेते हुए कार्रवाई भी करेंगे। उन्होंने ये अंदेशा भी जताया कि हैंडओवर के बाद नए खरीदार को अनावश्यक बोझ झेलना पड़ेगा।
1932 में स्थापना
टाटा ग्रुप ने साल 1932 में टाटा एयरलाइंस की स्थापना की थी। सरकार ने एयरइंडिया के नाम से 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया। अब एक बार फिर टाटा को ही इस एयरलाइंस की जिम्मेदारी मिली है। पूरी प्रक्रिया होने के बाद गुरुवार को इसका हैंडओवर हो सकता है। उससे पहले पायलट्स ने ये चिंता जताई है।
Created On :   25 Jan 2022 2:56 PM IST