IND-PAK तनाव: युद्ध के दौरान सायरन बजने की आवाज से घबराएं नहीं, इन बातों का रखें ध्यान, फॉलो करें ये 12 प्वाइंट्स

- भारत और पाकिस्तान के बीच जारी हमले
- युद्ध का सायरन बजने पर करें ये चीजें
- फॉलो करें इन 12 प्वाइंट्स को
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब युद्ध में तब्दील होने की कगार पर आ गया है। भारतीय सेना पाकिस्तान को बख्शने के मूड में नजर नहीं आ रही है। 'ऑपरेशन सिंदूर' से बौखलाया पाकिस्तान लगातार भारत पर नाकाम हमले कर रहा है। जबकि, भारतीय सेना ने पाकिस्तान में कोहराम मचा दिया है। बीते 24 घंटों में सेना ने पाकिस्तान के कई शहरों और बंदरगाहों में भारी तबाही मचाई है। इससे पहले युद्ध की आशंका को देखते हुए देश में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया था। लोगों को युद्ध के समय होने वाली जरूरी चीजों के बारे में बताया गया था। इस दौरान सायरन का भी इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं सायरन बजने के दौरान उन जरूरी चीजों के बारे में जो आपके लिए जाननी जरूरी है
क्यों बजाया जाता है सायरन
देश में जब भी युद्ध की स्थिति बनती है तब सायरन का इस्तेमाल किया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को युद्ध के प्रति करना होता है। सायरन बजाकर लोगों को हमले से बचने और सुरक्षित स्थानों में जाने के लिए चेतावनी दी जाती है। इस दौरान ब्लैकआउट भी किया जाता है। बता दें, युद्ध सायरन एक साधारण हॉर्न या एंबुलेंस की आवाज से काफी अलग होता है। यह 120 से 140 डेसिबल की तेज आवाज से बजता है। सायरन की आवाज को 5 किलोमीटर तक सुना जा सकता है।
सायरन बजने के दौरान करें ये काम
1.जब युद्ध सायरन की आवाज आए तो सबसे पहले घबराएं नहीं, शांत मन से स्थिति का आंकलन करें।
2.तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। बेसमेंट या मजबूत इमारत में जाएं। अगर आश्रय उपलब्ध न हो, तो घर के बीच वाले हिस्से में, खिड़कियों से दूर रहें।
3. जब युद्ध सायरन की आवाज आए तो सबसे पहले घबराएं नहीं, शांत मन से स्थिति का आकलन करें।
4. तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। बेसमेंट या मजबूत इमारत में जाएं। अगर आश्रय उपलब्ध न हो, तो घर के बीच वाले हिस्से में, खिड़कियों से दूर रहें।
5. मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे छिपें। सिर और गर्दन को हाथों या किसी वस्तु से ढकें।
6. स्थानीय प्रशासन या आपातकालीन सेवाओं के लिए रेडियो, टीवी या मोबाइल अलर्ट सुनें।
7. सायरन बंद होने और प्रशासन की अनुमति मिलने तक सुरक्षित स्थान पर रहें।
8. प्राथमिक उपचार की व्यवस्था अपने पास रखें. जैसे पानी, भोजन, फर्स्ट एड किट, टॉर्च और जरूरी दवाएं पास रखें।
9.अपने परिवार वालों के संपर्क में रहें।
10. खिड़कियां और दरवाजे बंद करें।
11. बिजली और गैस बंद करें।
12.जरूरी सामान साथ रखें। जैसे- पहचान पत्र, महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल चार्जर, और नकदी को एक छोटे बैग में तैयार रखें। बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें।
Created On :   9 May 2025 2:01 PM IST