साल के राहुल गांधी के दस बड़े बयान, जो खूब चर्चाओं में रहे

Ten big statements of Rahul Gandhi of the year, which were discussed a lot
साल के राहुल गांधी के दस बड़े बयान, जो खूब चर्चाओं में रहे
अलविदा 2021 साल के राहुल गांधी के दस बड़े बयान, जो खूब चर्चाओं में रहे
हाईलाइट
  • राहुल गांधी के बयान जो बना रहा चर्चा का विषय
  • साल 2021 में राहुल गांधी ने दिए राजनीतिक बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी साल 2021 में अपने बयानों को लेकर काफी चर्चाओं में रहे। बीजेपी सरकार को लेकर राहुल गांधी पूरे साल काफी आक्रामक दिखे। कोरोना से लेकर किसान आंदोलन व राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर मुद्दा उठाते रहे। आइए जानते है राहुल गांधी के 10 बड़े बयान जिनकी वजह से पूरे साल चर्चा में रहे। 

1- राहुल गांधी ने उत्तर भारत व दक्षिण भारत को लेकर एक कार्यक्रम में बयान में दिया था, जिसके बाद जबरदस्त हंगामा हुआ था। आपको बता दें कि इस कि इस पूरे विवाद की जड़ में राहुल गांधी के दो बयान थे।राहुल कहते हैं, शुरुआती 15 वर्षों में मैं उत्तर भारत में सांसद रहा इसलिए मुझे एक अलग किस्म की राजनीति की आदत हो गई थी।

मेरे लिए केरल आना अलग किस्म का अनुभव रहा क्योंकि मुझे लगा कि लोग मुद्दों में रुचि रखते हैं। और सिर्फ सतही नहीं बल्कि मुद्दों की गहराई में जाना चाहते हैं। मैं ऐसा कह सकता हूं कि क्योंकि आप लोग बुद्धिमत्ता के साथ राजनीति करते हैं। इन दोनों बयानों ने राहुल गांधी ने पर सवाल खड़ा कर दिया था। राहुल के बयान पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भी नाराजगी जाहिर किए थे। 

2- राहुल गांधी ने जम्मू में कहा कि देवी दुर्गा रक्षा करने वाली और देवी लक्ष्मी किसी के लक्ष्य को प्राप्त करने की शक्ति की प्रतीक हैं। वहीं देवी सरस्वती ज्ञान की शक्ति हैं, राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की नीतियों, नोटबंदी और जीएसटी ने देश में देवी लक्ष्मी की शक्ति कम कर दी है। जिसके बाद राहुल गांधी के ऊपर बीजेपी हमलावर हो गई थी। 

3-  जब तीन कृषि कानून को लेकर किसान आंदोलन शुरू हुआ था। तब राहुल गांधी ने कहा था कि नोट कर लीजिए, सरकार को किसान विरोधी कानून वापस लेना ही पड़ेगा! फिर जब देश के प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी किसानों से हम माफी मांगते है कि उन्हें हम समझा नहीं सके और हम तीन कृषि कानून वापस लेने का निर्णय लेते हैं। फिर राहुल गांधी के इस बयान की काफी चर्चाएं हुई थी। 

4-देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम एक बार फिर कुछ हद तक धीमा हुआ है, इसी मसले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था कि जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं। राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी ने घेरा था।

5-  राहुल गांधी ने देश के प्रधान मंत्री के मन की बात पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा था कि अगर देश के ‘मन की बात" समझी गई होती तो टीकाकरण के ऐसे हालात न होते। उनकी टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात" कार्यक्रम से ठीक पहले आई थी। राहुल गांधी के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था क्योंकि राहुल गांधी  कोरोना काल में टीकाकरण को लेकर बीजेपी पर हमलावर थे।

6- राहुल राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान देकर काफी चर्चित रहे। उन्होंने कहा था कि भारत सरकार ने चीन के साथ निर्थक बातचीत करके राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़े पैमाने पर खतरे में डाल दिया है। उन्होंने  ट्वीट कर कहा था कि गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और डेपसांग में चीनी कब्जा भारत के सामरिक हितों के लिए सीधा खतरा है, जिसमें डीबीओ हवाई पट्टी भी शामिल है। सरकार की बेमतलब की वार्ता से राष्ट्रीय सुरक्षा व्यापक स्तर पर चरमरा गई है। हमारा देश इससे बेहतर करने में सक्षम है। 

7- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को राहुल ने टाई टैनिक कैप्टन कहा था। जिसको लेकर काफी चर्चाएं हुई थी। गांधी ने तंज कसते हुए कहा था कि कोरोना वायरस का संकट नियंत्रण में है, यह ठीक उसी तरह है,जैसा कि टाईटैनिक के कैप्टन ने कहा था कि यात्रियों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनका उनका जहाज कभी डूब ही नहीं सकता था।

8- राहुल गांधी का वो बयान जिसको लेकर संसद में बीजेपी ने खूब हंगामा किया था। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने कहा था कि देश में नरेन्द्र मोदी ने कहा था मेक इन इंडिया, अब जहां भी देखो रेप इन इंडिया। उन्होंने कहा था कि अखबार खोलो, झारखंड में महिला से बलात्कार, यूपी में हर प्रदेश में हर रोज रेप इन इंडिया। नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, बीजेपी के एमएलए से बचाना है।

9- राहुल गांधी ने दिल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ये नरेंद्र मोदी जो भाषण दे रहा है, छह महीने बाद ये घर से बाहर नहीं निकल पाएगा। हिंदुस्तान के युवा इसको ऐसा डंडा मारेंगे, इसको समझा देंगे कि हिंदुस्तान के युवा को रोजगार दिए बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। जिसको लेकर पीएम ने खुद संसद में कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। राहुल के इस बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था।

10- हिंदू और हिंदुत्ववादी के बयान के बाद राहुल गांधी ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। उन्होंने हिंदु और हिंदुत्व को अलग तरीके परिभाषित किया था। राहुल गांधी ने कहा था कि महात्मा गांधी हिंदू थे गोडसे हिंदुत्ववादी। फर्क क्या होता है? फर्क मैं आपको बताता हूं। चाहे कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए, पिस जाए, हिंदू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्याग्रह है।

पूरी जिंदगी वह सच को ढूंढने में निकाल देता है।राहुल ने कहा था कि महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच ढूंढने में बिता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोलियां मारी। जिसके बाद बीजेपी राहुल गांधी पर हमलावर हो गई। हालांकि राहुल अपने बयान पर आज भी कायम है। 

 

Created On :   16 Dec 2021 7:16 PM GMT

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