MJ अकबर पर लगे आरोपों पर बोले अमित शाह, देखना पड़ेगा
- उमा भारती कर चुकी हैं केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर का समर्थन
- कई महिला पत्रकारों ने लगाए थे यौन उत्पीड़न के अारोप
- केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एक्शन के सवाल को टाल गए अमित शाह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। MeToo कैंपेन में फंसे केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर बीजेपी चीफ अमित शाह का बयान आया है। शाह ने कहा है कि इसे देखना पड़ेगा कि यह सही है या गलत। हालांकि, अकबर के खिलाफ एक्शन के सवाल को अमित शाह ने टाल दिया है। उन्होंने जांच पर विचार करने को कहा है। बीजेपी चीफ ने कहा कि हमें उस शख्स की पोस्ट को जांचना होगा, जिसने आरोप लगाए हैं। आप मेरे नाम का इस्तेमाल करके भी कुछ लिख सकते हैं। बता दें कि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल भी अकबर के खिलाफ जांच कराने और इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
इससे पहले अकबर को केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता उमा भारती का साथ मिल चुका है। उमा भारती ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि ये मामला तब का है, जब अकबर मंत्री नहीं थे। मामला अकबर औऱ महिला के बीच का है। इसलिए वो इस पर कुछ नहीं कह सकती हैं।
एमजे अकबर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री के अलावा कई अखबारों में सीनियर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुके हैं। हाल ही में शुरू हुए #MeToo कैंपेन में उन पर प्रिया रमानी, शूमा राहा, प्रेरणा सिंह बिंद्रा, गजला वहाब और सुपर्णा शर्मा समेत छह पूर्व महिला पत्रकारों ने अश्लील व्यवहार करने का आरोप लगाया था।
प्रिया रमानी ने मंगलवार को एक ट्वीट कर बताया था कि एमजे अकबर कभी भी कोई अश्लील हरकत करने से चूकते नहीं थे। वहीं एक और पत्रकार ने कहा था कि अकबर जब "एशियन एज" अखबार के बॉस थे तब उन्होंने मुझे वहां रात में रुकने के लिए पूछा था। मेरे मना करने के बाद मैं कभी उनके पसंद के लोगों में नहीं रही।
प्रेरणा सिंह बिंद्रा ने अकबर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मेरे साथ हुई घटना को 17 साल बीत चुके हैं। जब मैं आधी रात को अपना काम पूरा कर घर जाने लगी तो उन्होंने मुझे काम की चर्चा करने के बहाने अपने होटल रूम में बुलाया था। जब मैंने मना कर दिया तो उन्होंने मेरे काम और मेरी जिंदगी को नरक बना दिया। कुछ प्रेशर के कारण मैं यह तब बोल नहीं सकी। अब भी बस बोल ही सकती हूं क्योंकि मेरे पास कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
Created On :   13 Oct 2018 12:09 PM IST