महाराष्ट्र के कई स्थानों पर शिवसेना का प्रदर्शन और तोड़फोड़, नागपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूंका सीएम का पुतला
- कई स्थानों पर शिवसेना का प्रदर्शन और तोड़फोड़
- नागपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूंका सीएम का पुतला
- नासिक के साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज
- मुंबई में शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़े
डिजिटल डेस्क, नासिक। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे खिलाफ विवादित टिप्पणी मामले में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर लिया गया। राणे ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के तहत यहां दौरे पर पहुंचे थे। राणे कि गिरफ्तारी की भाजपा नेताओं ने निंदा करते हुए इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है। विवादित बयान देने पर राणे के खिलाफ नासिक के साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई थी। केंद्रीय मंत्री राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे को लेकर विवादित बयान दिया था।
राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमत्री ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा था कि ‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’ राणे अपनी इस टिप्पणी के बाद विवादों में घिर गए और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया है। उनके इस तरह के बयान के बाद राजनीति गरमा गई। इस बयान से आग बबूला कार्यकर्ताओं ने राणे को मुर्गी चोर कहकर पुकारना शुरू कर दिया। कार्यकर्ता अपने साथ मुर्गियां भी लाए थे।
इस बीच शिवसेना कार्यकर्तांओं ने राज्यभर में राणे के खिलाफ आंदोलन किया। कई जगहों पर भाजपा कार्यालय पर हमले भी किए गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लेने के बाद राणे को रत्नागिरी के संगमेश्वर थाना ले जाया गया। शिवसेना की नासिक शहर इकाई के प्रमुख द्वारा नाशिक साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद राणे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 500 (मानहानि), 505 (2) (शरारत), 153-बी (1) (सी) (टिप्पणी से वैमनस्य, या शत्रुता या घृणा या द्वेष की भावना पैदा होने की आशंका) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
सबसे पहले मुंबई की बात करें तो, दादर में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पोस्टर्स लगाए, जिसपर लिखा था मुर्गी चोर। वहीं राणे के जुहू स्थित बंगले पर शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़े गए। पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए और भीड़ काबू करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। दोनों तरफ से एक दूसरे के खिलाफ नारेबाज़ी की गई।
पुणे के मॉल पर पथराव
युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने पुणे के आर-डेक्कन मॉल पर पत्थरबाजी की। कार्यकर्ताओं ने राणे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।शिवसेना नेता (युवा सेना) के सचिव रोहित कदम ने राणे के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुणे के चतुश्रगी पुलिस थाने में भी मामला दर्ज किया गया । राणे की गिरफ्तारी का आदेश नासिक सीपी ने निकाला। इसके लिए डीसीपी स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई।आदेश में यह भी लिखा है कि नारायण राणे केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद हैं, इसलिए उप राष्ट्रपति को सूचित कर पूरी प्रक्रिया का पालन करें। नासिक पुलिस, नासिक साइबर और पुणे पुलिस में नारायण राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया ।
राणे बोले - मैंने कोई अपराध नहीं किया
विवाद बढ़ने के बाद नारायण राणे ने कहा कि मैं साधारण इंसान नहीं हूं, किसी तरह का कोई अपराध भी नहीं किया है। सवाल उठाते हुए राणे के कहा कि अगर 15 अगस्त के बारे में किसी को नहीं पता, तो क्या यह अपराध नहीं है। थप्पड़ मारता कहना कोई अपराध नहीं है।
औरंगाबाद जिले में नारायण राणे के खिलाफ सौंपे गए ज्ञापन
औरंगाबाद जिले में जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए शिवसेना ने राणे के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपे। जो पुलिस आयुक्त और विभिन्न पुलिस थानों में शिकायती रूप में दिए गए। पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने पुलिस आयुक्त डॉ निखिल गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। इसके अलावा विधायक अंबादास दानवे ने क्रांति चौंक पुलिस थाने और अन्य पदाधिकारियों ने मुकुंदवाड़ी पुलिस थाने में आवेदन दिए।
समर्थन और विरोध में जमकर प्रदर्शन
अकोला में शिवसेना ने जमकर नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय तक मोर्चा निकाला। इस दौरान खुले नाटयगृह चौक पर राणे का पुतला फूंकने की कोशिश करने वालों को पुलिस ने हिरासत लिया। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पुराना शहर के जयहिंद चौंक से भाजपा के जिला कार्यालय तक मोर्चा निकालकर जमकर नारेबाजी की। आंदोलन करने वाले शिव सैनिक अपने साथ गधा लेकर आए थे। जिस पर केंद्रीय मंत्री का चित्र लटकाया गया था। जिसे जुलूस की शक्ल में साथ लाया गया।
राणे के समर्थन में उतरी भाजपा
भाजपा की ओर से भी रास्ते पर उतरकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। शाम को खुले नाटयगृह चौक पर भाजपा के महासचिव और पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सहित भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष विक्रांत पाटील की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चंद्रशेखर बावनकुले ने नारायण राणे की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रियों की गिरफ्तारी के नियम हैं। जिसके खिलाफ जकर कार्रवाई की गई है।
बुलढाणा में शिवसेना-बीजेपी आमने-सामने
बुलढाणा में जिलाधिकारी को सौंपा गया। सांसद प्रताप जाधव व विधायक संजय गायकवाड़ के मार्गदर्शन और शिवसेना जिला प्रमुख जालिंधर बुधवत के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। वहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि नारायण राणे को आतंकवादी की तरह हिरासत में लिया गया था। राणे की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए भाजपा ने ठाकरे सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
राणे के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग
बीड़ जिले के माजलगांव में विवादित टिप्पणी को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने राणे की फोटो को आग के हवाले किए। इसके बाद स्थानीय नेताओं ने मामले में FIR दर्ज करने की मांग का एक ज्ञापन पुलिस अधिकारियों को सौंपा।
भाजपा ने प्रतीकात्मक पुतला फूंका
अमरावती में नारायण राणे के विरोध में प्रदर्शन किया गया । भाजपा कार्यालय में कुछ शिवसैनिकों ने स्याही फेंकी। शिवसैनिकों के आक्रामक होने पर भाजपा ने भी राजापेठ पुलिस स्टेशन के सामने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रतीकात्मक पुतले का दहन किया। इसी तरह यवतमाल के दिग्रस के शिवाजी चौक में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपशब्द कहने पर शिवसैनिक भड़क उठे। राणे की फोटो पर चपल्लों की हार पहनाकर मुर्गी चोर लिखा।
अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं राणे-विनायक राऊत
केंद्रीय मंत्री राणे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से शिवसेना के सांसद विनायक राऊत ने कहा कि वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। राऊत ने कहा, 'पार्टी नेतृत्व को खुश करने के लिए राणे शिवसेना एवं उसके नेतृत्व पर हमला कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री बनाए जाने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। मोदी को उन्हें कैबिनेट से बाहर निकालना चाहिए।
उपराजधानी नागपुर में भी कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए। महल इलाके में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ती के सामने कई कार्यकर्ता जुटे।उन्होंने राणे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चौंक पर जोरदार प्रदर्शन हुआ। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने जरीपटका पुलिस स्टेशन पहुंचकर राणे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, साथ ही एक ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही पार्टी नेताओं ने शहर भर में प्रदर्शन किए। शहर के सभी 6 विधानसभा क्षेत्र में पार्टी नेताओं ने प्रदर्शन कर केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी का विरोध किया। तिलक पुतला, रामनगर, कमाल चौक, गिट्ठीखदान चौक, मानेवाडा चौक और सतरंजीपुरा में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान मध्य और पूर्व नागपुर में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पुतला भी फूंका गया। गणेशपेठ, तिलक पुलता स्थित भाजपा कार्यालय के सामने कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। इस दौरान पुलिस ने पुतले को जब्त किया। प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेताओं ने महाविकास आघाडी सरकार पर तालिबानी होने का आरोप लगाया। इस अवसर पर राम अंबुलकर, सुनीलमित्रा, श्याम चांदेकर, अर्चना डेहनकर, विनायक डेहनकर, दीपांशु लिंगायत, राहुल खंगर, श्रद्धा पाठक, सचिन करारे, रोहित खोपडे, गुड्डू पांडे, तुषार ठाकरे, इजाज शेख, पिंटू पटेल आदि उपस्थित थे।
Created On :   24 Aug 2021 10:37 AM IST