Cyclone Montha: चक्रवात मोंथा मचा सकता है आंध्र तट पर भारी आतंक, जानें इससे जुड़ी कुछ खास बातें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश और ओडिशा में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने मोंथा नाम के साइक्लोनिक स्टॉर्म की जानकारी दी है। इस साइक्लोनिक स्टॉर्म मोंथा को लेकर लोगों में मन में कई सवाल हैं, जिसमें सबसे बड़ा सवाल ये है कि साइक्लोन का नाम मोंथा कैसे पड़ा और किसने रखा है। अगर आप भी इसका जवाब जानना चाहते हैं, तो चलिए इसके बारे में कुछ खास बातें जानते हैं।
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कैसे घोषित होता है चक्रवाती तूफान?
इसका ऐलान हवा की स्पीड पर निर्भर होता है। मौसम विभाग के मुताबिक, जब हवा की स्पीड 34 नॉट या 63 किमी/प्रति घंटे से ज्यादा होती है तब चक्रवाती तूफान घोषित कर दिया जाता है। अब जानते हैं कि इसका नाम कैसे रखा जाता है।
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ऐसे दिया जाता है साइक्लोंस को नाम
साइक्लोंस के नाम रखने का एक लंबा प्रोसेस होता है, जिसमें अलग-अलग विभाग शामिल होते हैं। इसमें विश्व मौसम संगठन, संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया प्रांत के कंबाइंड पैनल्स होते हैं। इनके पास करीब 169 नामों की लिस्ट होती है जो कि ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन्स के मेंबर्स बनाते हैं। इसमें भारत, पाकिस्तान, ओमान, यूएई, ईरान, कतर, सऊदी जैसे करीब 13 देश शामिल होते हैं। इसी लिस्ट से मोंथा का भी नाम लिया गया है। ये नाम थाईलैंड ने सजेस्ट किया था।
वहीं, साइक्लोंस का नाम ईजी और याद रखने वाला होना चाहिए इसलिए इस साइक्लोन का नाम मोंथा चुना गया है।
Created On :   29 Oct 2025 5:55 PM IST












