दिल्ली मेट्रो: पहले भी हो चुके हैं ये 5 बड़े हादसे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में मेट्रो ट्रायल के दौरान बड़ा हादसा हुआ है। ये हादसा कालिंदी कुंज के पास ट्रायल के दौरान हुआ जब मेट्रो दीवार तोड़कर बाहर निकल आई। फिलहाल इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। ये मेट्रो ड्राइवरलेस थी यानी कि ट्रायल के दौरान इसे कोई ड्राइवर नहीं चला रहा था बल्कि ये तकनीक के माध्यम से कमांड पर थी।
बता दें कि 25 दिसंबर को मैजेंटा लाइन की शुरुआत होने वाली है। यह लाइन नोएडा को दक्षिणी दिल्ली से जोड़ेगी। दिल्ली मेट्रो का यह रूट कालकाजी से बॉटनिकल गार्डन तक होगा। पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। बताया जा रहा है कि इस लाइन के शुरू होने के बाद नोएडा से दक्षिणी दिल्ली का सफर 19 मिनट में पूरा हो जाएगा। हालांकि ये पहली बार नहीं कि दिल्ली मेट्रो हादसे का शिकार हुई है, इससे पहले भी मेट्रो हादसे में कई लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। मेट्रो से जुड़ी उन्हीं रेल हादसों पर एक नजर...
मेट्रो की टक्कर
5 नवंबर 2016 को ट्रायल के दौरान दो ट्रेनें के आमने-सामने आने से टक्कर हो गई थी, लेकिन संयोग अच्छा रहा था कि कोई घायल नहीं हुआ। घटना ओखला विहार मेट्रो से कालिंदी कुंज के बीच ट्रायल के दौरान हुई थी
ट्रेन में चढ़ने के दौरान हादसा
मेट्रो के कोच में चढने के दौरान एक कैदी घसीटा गया था। वह एक अन्य कैदी के साथ रस्सी से बंधा था। साथ में तीन पुलिसकर्मी भी थे। कोच में चढ़ने के दौरान साथी तो चढ़ गया लेकिन दरवाजे बंद होने के बाद वह अंदर नहीं आ सका और ट्रेन चलने पर पूरे प्लैटफॉर्म की लंबाई तक घिसटता गया था। दुर्घटना 30 सिंतबर 2008 को हुई थी।
पुल गिरा
12 जुलाई 2009 को दक्षिणी दिल्ली के जमरूदपुर में मेट्रो के पुल का काम चल रहा था। अचानक से वह गिर गया था, इस हादसे में पांच लोगों की जान गई थी जबकि, 13 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
फ्लाईओवर गिरा
लक्ष्मी नगर इलाके में फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, 30 लोग जख्मी हुए थे। ये हादसा 19 अक्टूबर 2008 को हुआ था। हादसे में एक ब्लू लाइन बस, ट्रक, क्रेन और कुछ निजी वाहनों को भी क्षति पहुंची थी।
कंक्रीट का ब्लॉक गिरने से मजदूर की मौत
28 अगस्त 2008 को मयूर विहार में मेट्रो के काम के दौरान क्रेन चालक की जान चली गई थी। मजदूर पर कंक्रीट का एक ब्लॉक गिर गया था।
Created On :   19 Dec 2017 9:13 PM IST