सालों से टूटा पुल, स्टूडेंट्स जान पर खेलकर जा रहे स्कूल

डिजिटल डेस्क, दमोह। पथरिया से 6 किमी दूर पिपरिया लुहार से बेलखेड़ी जाने के लिए बीच में एक नाला पड़ता है, जिस पर कई वर्षो से पुल बनाने की मांग की जाती रही है। पिछले साल एरिया के MLA ने इस पुल को बनाने की घोषणा की थी और इस नाले पर रिपटा का भूमिपूजन भी मई में करा दिया था, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार का कोई काम प्रारंभ नही हो सका है।
विकास की पोल खुद पथरिया के ग्राम पिपरिया लुहार में देखने को मिल रही है, जहां अनेक प्रयासों के बाद भी नाले पर स्टूडेंट्स को आज भी जान जोखिम में डालकर स्कूल जाना पड़ रहा है। लोग बारिश में जीव- जंतुओं से बचने के लिए जूते पहनकर चलते है, लेकिन इस रास्ते को पार करने के लिए लोगों को नंगे पैर ही पैदल चलना पड़ता है।
रोज का है आना-जाना
एरिया में लोगों के लिए अब तक कोई पक्का सड़क मार्ग नहीं बनाया गया है, जिससे साफ जाहिर होता है कि लोग यहां से हमेशा ही मुश्किल भरे कदम चलकर अपनी मंजिल पर पहुँच रहे है। पिपरिया लुहार के लोगों ने बताया कि इस गांव की आबादी करीबन 500 है और इस गांव का अभी तक कोई समुचित तरीके से विकास नहीं हुआ है।
बीमारों पर आफत की मार
गांव के लोग अगर बारिश के दिनों में बीमार पड़ जाए तो कोई भी सुविधा नहीं है बल्कि लोग बीमार को हाथों पर उठाकर ले जाने के लिए विवश होते है। कभी- कभी तो बीमारी में समय पर उपचार न मिलने से लोग काल के मुंह में भी समा जाते है।
स्कूल जाने से डरते है छात्र
बारिश के दिनों में तो स्कूल जाने के लिए और कोई रास्ता न होने से मजबूरन बच्चों को इसी नाले से होकर जाना पड़ता है। यह नाला 10 फीट चौड़ा और 10-15 फीट गहरा है। इस नाले में भरे पानी को देखकर बच्चे तो डर ही जाते है और school आने-जाने में परेशानी का शिकार होते है।
Created On :   25 July 2017 11:40 PM IST