मराठा आंदोलनकारियों ने जाम किया पुुणे-सोलापुर हाईवे
- 9 अगस्त को मुंबई में महारैली की चेतावनी दे चुका है मराठा समाज।
- प्रदर्शनकारियों पर दर्ज अपराधिक मामले वापस न लेने के खिलाफ मुंबई में होगा प्रदर्शन।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने की शांति की अपील।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आंदोलन का असर बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को समुदाय के लोगों ने पुणे सोलापुर हाईवे जाम कर दिया। मराठा समुदाय का मुंबई में जेल भरो आंदोलन शुरू हो चुका है। समुदाय ने 9 अगस्त को मुंबई में महारैली करने की चेतावनी भी दी थी। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले वापस न लेने के कारण लोग मुंबई में प्रदर्शन कर रहे हैं। पूरे महाराष्ट्र में ही सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
#MarathaReservationProtest: Protesters block Pune-Solapur highway. pic.twitter.com/JjZgTKAlIX
— ANI (@ANI) August 1, 2018
अब तक 6 लोग कर चुके हैं आत्महत्या
मराठा आंदोलन में अब तक 6 लोग खुदकुशी कर चुके हैं। खुदकुशी की घटनाओं से प्रदर्शन और तेज हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड़ जिले के वीदा गांव के 35 वर्षीय खेत मजदूर अभिजीत देशमुख ने अपने घर के पास एक पेड़ से फांसी लगा ली। लातूर जिले में आरक्षण की मांग को लेकर 8 प्रदर्शनकारियों ने खुद पर केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की। मराठा समुदाय के लोगों ने औरंगाबाद-जलगांव मार्ग पर ‘रास्ता रोको’ प्रदर्शन भी किया।
8 लोगों ने की आत्मदाह की कोशिश
लातूर एसपी शिवाजी राठौड़ ने बताया कि जिले के औसा में तहसीलदार कार्यालय के बाहर 8 लोगों ने आत्मदाह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनकी कोशिश को विफल कर दिया। राठौड़ ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है।
पुणे में 5 हजार लोगों पर मामला दर्ज
आरक्षण की मांग को लेकर चाकण में मराठा क्रांति मोर्चा के बंद में हुई हिंसा पर पुलिस ने 5 हजार लोगों पर सामूहिक मामला दर्ज किया है। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चाकण, खेड़, राजगुरूनगर में भी बंद रखा गया था। आंदोलनकारियों ने एसटी बस, पुलिस की गाड़ियां, दमकल विभाग की गाड़ियां और निजी वाहन जलाए थे। हमले में 2 डीवाईएसपी, 2 पुलिस निरीक्षक और 10 पुलिस कर्मी घायल हुए थे। इलाके में धारा 144 लगा दी गई थी।
Created On :   1 Aug 2018 8:07 AM IST