भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारियों ने लिया ईमानदारी का संकल्प

Top officials of Indian Army pledge honesty
भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारियों ने लिया ईमानदारी का संकल्प
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नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे और बल के सभी कमांडरों ने मंगलवार को कानून के शासन का पालन करने, ईमानदार और पारदर्शी तरीके से कार्य करने के लिए ईमानदारी का संकल्प लिया।

सेना के सभी कमांडर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 4 दिनों से दिल्ली में हैं। इस दौरान सेना के वरिष्ठ नेतृत्व ने व्यक्तिगत व्यवहार में ईमानदारी बरतने के कई उदाहरण दिए। अभी भारतीय सेना की ईमानदारी और अखंडता के मूल मूल्यों को बनाए रखने के लिए सतर्कता जागरूकता सप्ताह चल रहा है।

सूत्रों ने बताया कि राजनाथ सिंह ने कमांडरों के सम्मेलन को मंगलवार को होने वाला अपना संबोधन स्थगित कर दिया है। अब वो बुधवार को संबोधित करेंगे। इससे पहले मंगलवार को सेना के कमांडरों और दिल्ली में मौजूद रेजिमेंटों के कर्नल ने इन्फैंट्री दिवस के मौके पर इंडिया गेट पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया।

इन्फैंट्री दिवस पर इस साल युद्ध स्मारक पर औपचारिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए सैनिक 13 कुमाऊं के थे, जिन्होंने 1962 की सर्दियों में रेजांगला की लड़ाई में अंतिम दौर की लड़ाई लड़ी थी। रेजांगला दक्षिण पैंगोग सो झील का वही क्षेत्र है जिस पर भारत-चीन सीमा पर चल रहे गतिरोध के बीच हाल ही में भारतीय सैनिकों ने कब्जा जमाया।

भारतीय सेना का 26 अक्टूबर से 4 दिवसीय कमांडरों का सम्मेलन चल रहा है, जहां सभी सामरिक और मानव संसाधनों पर विचार-विमर्शकिया जा रहा है। यह सम्मेलन शीर्ष स्तर का द्वैवार्षिक समारोह है, जिसमें कॉलेजियम विचार-विमर्श के जरिए महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय करती है। इस बार के सम्मेलन में चीन के साथ चल रही सीमा स्थिति चर्चा का मुख्य केंद्र बिंदु होगी।

एसडीजे-एसकेपी

Created On :   27 Oct 2020 10:00 AM GMT

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