वैज्ञानिक रूप से गलत है डार्विन का सिद्धांत- केन्द्रय मंत्री सत्यपाल सिंह
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद. केन्द्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने डर्विन के सिद्धांत को वैज्ञानिक रूप से ग़लत बताते हुए स्कूल और कॉलेज की पाठ्यक्रमों मे बदलाव लाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि पूर्वजों ने कभी भी इस बात का जिक्र नहीं किया है कि कोई एप इंसान बना हो। उन्होंने कहा कि यह सिद्धांत पूरी तरह से गलत है इसलिए इसे पाठक्रम से हटा देना चाहिए।
बता दें की कुछ दिनों पहले राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने न्यूटन को गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का जनक ना बताते हुए भारतीय गणितज्ञ ब्रहम्यगुप्त को बताया था। राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा था कि भारत में गुरुत्वाकर्षण की खोज न्यूटन की खोज से 1000 साल पहले ही हो गई थी।
मोदी सरकार के मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इंसान जब से पृथ्वी पर देखा गया है, वह हमेशा इंसान ही रहा है। बता दें कि सत्यपाल सिंह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं और यूपी के बागपत से सांसद हैं।
ऑल इंडिया वैदिक सम्मेलन में हिस्सा लेने मध्य महाराष्ट्र के इस शहर में आए पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा, "हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक रूप में एप को इंसान में बदलने का जिक्र नहीं किया था।" डार्विनवाद जैविक विकास से संबंधित सिद्धांत है। उन्नीसवीं सदी के अंग्रेज प्रकृतिवादी डार्विन और अन्य ने यह सिद्धांत दिया था।
Created On :   20 Jan 2018 10:21 PM IST