UP: रिश्वत मांगते 3 मंत्रियों के निजी सचिव कैमरे में कैद, SIT करेगी जांच
- ठेके और ट्रांसफर के एवज में मांगे पैसे
- तीनों पर गांज गिरना तय मना जा रहा है
- सिचवों से जुड़े लोगों पर भी होगी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंत्रियों के निजी सचिवों के भ्रष्टाचार करने का मामला उजागर हुआ है। एक स्टिंग ऑपरेशन में तीन मंत्रियों के निजी सचिव ठेके और ट्रांसफर की डील करते कैमरे में कैद हो गए हैं। इस घटना के बाद प्रशासन के अपर मुख्य सचिव महेश चंद गुप्ता ने तीनों निजी सचिवों के खिलाफ जांच करने के आदेश दिए हैं। साथ ही जांच के लिए एक एसआईटी का गठन भी किया गया है। रिश्वतखोरी का मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि तीनों निजी सचिवों को सस्पेंड किया जा सकता है।
स्टिंग में पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ओमप्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप विभागीय ट्रांसफर के लिए रिश्वत मांगते दिखाई दे रहे हैं तो वहीं बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी किताबों का ठेका दिलाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा खनन राज्यमंत्री अर्चना पांडेय के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी भी कैमरे में कैद हुए हैं, वो आबकारी का एक काम करने के लिए मोटी रकम की मांग कर रहे थे।
स्टिंग ऑपरेशन पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि तीनों निजी सचिवों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन को कहा गया है। वहीं इस मामले पर खनिज राज्य मंत्री अर्चना पांडेय ने कहा, "हर भ्रष्टाचारी को सजा दिलाई जाएगी। सचिव से जुड़े लोगों पर भी कार्रवाई होगी।
Created On :   27 Dec 2018 10:49 AM IST