यूपी एटीएस को मिली बड़ी सफलता, टेरर फंडिंग मामले में 10 गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी एटीएस को टेरर फंडिंग मामले में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एटीएस ने गोरखपुर, प्रतापगढ़, लखनऊ, मध्य प्रदेश के रीवा से आतंकी संगठनों को पैसा मुहैया करने के आरोप में दस लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले के दोषी कई अन्य कई और लोगों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह इस मामले में जानकारी देंगे। इतनी बड़ी तादाद में गिरफ्तारियां होने से उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश तक टेरर फंडिंग के जाल का खुलासा हुआ है।
पिछले साल एमपी में भी हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि पिछले साल मध्य प्रदेश में भी टेरर फंडिंग के मामले में बड़ा खुलासा कर एटीएस ने आईएसआई के लिए काम करने वाले एक आतंकी को गिरफ्तार किया था। वह पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के संपर्क में था और उनके कहने पर देश भर के आतंकी गतिविधियों में संलिप्त आतंकियों को पैसे ट्रांसफर कर रहा था। एटीएस ने उसके 45 से ज्यादा खाते और भारी मात्रा में पैसे ट्रांसफर करने के सबूत बरामद किए थे।
लश्कर ए तैयबा के इशारे पर चल था नेटवर्क
एटीएस को गिरफ्तार किए गए इन आरोपियों के पास से फर्ज़ी एटीएम कार्ड, मशीन और स्किमर बरामद हुए हैं। जानकारी के अनुसार गोरखपुर में टेरर फंडिंग नेटवर्क आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के इशारे पर चल रहा था। एटीएस ने इस नेटवर्क को लोगों की लखनऊ, प्रतापगढ़, कुशीनगर, पड़रौना और एमपी के रीवा से भी गिरफ्तारी की है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के इशारे पर ये नेटवर्क काम कर रहा था। इसके नेपाल से भी तार जुड़े होने की आशंका है।
गोरखपुर में इन जगहों पर हुई छापेमारी
इस मामले में एटीएस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं। यह भी खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार किए गए लोग बैंक में फर्ज़ी केवाईसी से खाते खुलवाते थे और उसका इस्तेमाल फंडिंग में करते थे। जानकारी के अनुसार, गोरखपुर शहर के मोबाइल कारोबारी नईम एंड संस के तीन प्रतिष्ठानों पर एटीएस की छापेमारी की गई। इस दौरान मोबाइल कारोबारी के दो बेटों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। एटीएस ने छापेमारी के बाद मोबाइल कारोबारी की तीनों दुकान को सील कर दिया। कैंट थाना के बलदेव प्लाजा, सुपर मार्केट और आनंद कटरा में भी स्थित मोबाइल की दुकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई है।
Created On :   25 March 2018 2:35 PM IST