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उप्र : विशेष सत्र में भाग लेने वाले बसपा विधायकों पर गिर सकती है गाज

लखनऊ, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में बुलाए गए विधानमंडल के विशेष सत्र की कार्यवाही में भाग लेने वाले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्यों पर गाज गिर सकती है, क्योंकि पार्टी ने विशेष सत्र के बहिष्कार का ऐलान किया था।
प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट तैयार कर बसपा मुखिया मायावती को सौंप दी है।
दराअसल, गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश की भाजपा सरकार ने विधानमंडल के विशेष सत्र का आयोजन किया गया था। मगर सभी विपक्षी दलों ने यह कहकर इसका बहिष्कार किया था कि महात्मा गांधी के प्रति भाजपा की रत्तीभर भी आस्था नहीं है। साक्षी महाराज और साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित कई भाजपा नेता गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर यह साबित कर चुके हैं, फिर भी भाजपा सरकार गांधी के नाम पर महज दिखावा कर जनता को भ्रम में रखने की साजिश कर रही है।
बहिष्कार के बावजूद श्रावस्ती के भिनगा क्षेत्र के विधायक असलम राइनी और विधान परिषद सदस्य ब्रजेश सिंह प्रिंसू विशेष सत्र में पहुंचे और सदन में अपने विचार भी रखे।
बसपा के एक जोनल कोओर्डिनेटर ने बताया कि राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग के मामले में और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण अनिल सिंह और रामवीर उपाध्याय को बाहर किया जा चुका है। इन लोगों के खिलाफ विधानसभा में एक यचिका भी डाली गई है जो अभी विचाराधीन है। ऐसे में ये लोग पहले ही पार्टी की कार्यक्रमों और बैठकों से बाहर हैं। ये लोग बसपा में नहीं हैं।
इसी तरह प्रिंसू भी सदन में बसपा के सदस्यों के साथ नहीं बैठते हैं। रही बात असलम की, तो उन पर पार्टी मुखिया को निर्णय लेना है। अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
उधर, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस बारे में पूरी जानकारी बसपा मुखिया को दे दी गई है। उनके निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि बसपा के श्रावस्ती विधायक असलम राइनी विशेष सत्र के दूसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने सत्तारूढ़ दल के कसीदे पढ़े थे और बसपा पर हमला बोला था। इसी प्रकार एमएलसी ब्रजेश सिंह प्रिंसू भी विधान परिषद की कार्यवाही में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा इस बारे में पार्टी की ओर से कोई व्हिप नहीं जारी किया गया।
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